बरेली के एक स्कूल शिक्षक डॉ. रजनीश गंगवार की एक कविता इन दिनों सियासी और धार्मिक बहस का केंद्र बन चुकी है। सावन माह में स्कूल असेंबली के दौरान सुनाई गई उनकी कविता के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है, वहीं समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव खुलकर उनके समर्थन में आ गए हैं।
क्या कहा था शिक्षक ने?
रजनीश गंगवार ने स्कूल असेंबली में छात्रों से कहा था “तुम कांवड़ लेने मत जाना, ज्ञान का दीप जलाना। कांवड़ ले जाकर कोई एसपी-डीएम नहीं बना है।” इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसके बाद कुछ हिंदू संगठनों ने इसे धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाला बताते हुए कार्रवाई की मांग की।
अखिलेश यादव ने किया समर्थन
इस विवाद के बीच सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने शिक्षक गंगवार के समर्थन में मोर्चा संभाल लिया है। उन्होंने वीडियो शेयर करते हुए लिखा,
“जो मानवता के मार्ग पर ले जाए, वही सबसे बड़ा धर्म है।”
जो मानवता के मार्ग पर ले जाए वही सबसे बड़ा धर्म है। pic.twitter.com/931kgozh9k
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) July 15, 2025
सपा का कहना है कि यह विचारों की अभिव्यक्ति है, न कि किसी धर्म का अपमान।
FIR और जांच की प्रक्रिया शुरू
हिंदू संगठनों की शिकायत के बाद बहेड़ी थाने में शिक्षक गंगवार के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और वायरल वीडियो की फॉरेंसिक जांच भी कराई जा रही है। वहीं स्कूल प्रशासन पर भी शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई का दबाव बढ़ रहा है। हालांकि अब तक कोई औपचारिक निलंबन नहीं हुआ है। रजनीश गंगवार एक शिक्षक होने के साथ-साथ साहित्यकार और कवि भी हैं। वह भारत सरकार के स्वच्छ भारत मिशन के ब्रांड एंबेसडर रह चुके हैं। सामाजिक विषयों पर कविता और लेखन के लिए जाने जाते हैं।
मामले पर राजनीति तेज
यह मामला अब सिर्फ एक स्कूल असेंबली की कविता का नहीं रह गया है। बल्कि धर्म, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और राजनीति के त्रिकोण में उलझ चुका है। एक ओर जहां सपा इसे संवेदनशील विचारों का समर्थन मान रही है। वहीं हिंदू संगठन इसे “धार्मिक भावना भड़काने की कोशिश” कह रहे हैं।





