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Sat, Dec 20, 2025

बरेली: शिक्षक की ‘कांवड़ कविता’ पर सियासी संग्राम, अखिलेश यादव ने किया समर्थन, FIR दर्ज

Written by:Saurabh Singh
Published:
रजनीश गंगवार ने स्कूल असेंबली में छात्रों से कहा था "तुम कांवड़ लेने मत जाना, ज्ञान का दीप जलाना। कांवड़ ले जाकर कोई एसपी-डीएम नहीं बना है।"
बरेली: शिक्षक की ‘कांवड़ कविता’ पर सियासी संग्राम, अखिलेश यादव ने किया समर्थन, FIR दर्ज

बरेली के एक स्कूल शिक्षक डॉ. रजनीश गंगवार की एक कविता इन दिनों सियासी और धार्मिक बहस का केंद्र बन चुकी है। सावन माह में स्कूल असेंबली के दौरान सुनाई गई उनकी कविता के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है, वहीं समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव खुलकर उनके समर्थन में आ गए हैं।

क्या कहा था शिक्षक ने?

रजनीश गंगवार ने स्कूल असेंबली में छात्रों से कहा था “तुम कांवड़ लेने मत जाना, ज्ञान का दीप जलाना। कांवड़ ले जाकर कोई एसपी-डीएम नहीं बना है।” इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसके बाद कुछ हिंदू संगठनों ने इसे धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाला बताते हुए कार्रवाई की मांग की।

अखिलेश यादव ने किया समर्थन

इस विवाद के बीच सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने शिक्षक गंगवार के समर्थन में मोर्चा संभाल लिया है। उन्होंने वीडियो शेयर करते हुए लिखा,

“जो मानवता के मार्ग पर ले जाए, वही सबसे बड़ा धर्म है।”

सपा का कहना है कि यह विचारों की अभिव्यक्ति है, न कि किसी धर्म का अपमान।

FIR और जांच की प्रक्रिया शुरू

हिंदू संगठनों की शिकायत के बाद बहेड़ी थाने में शिक्षक गंगवार के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और वायरल वीडियो की फॉरेंसिक जांच भी कराई जा रही है। वहीं स्कूल प्रशासन पर भी शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई का दबाव बढ़ रहा है। हालांकि अब तक कोई औपचारिक निलंबन नहीं हुआ है। रजनीश गंगवार एक शिक्षक होने के साथ-साथ साहित्यकार और कवि भी हैं। वह भारत सरकार के स्वच्छ भारत मिशन के ब्रांड एंबेसडर रह चुके हैं। सामाजिक विषयों पर कविता और लेखन के लिए जाने जाते हैं।

मामले पर राजनीति तेज

यह मामला अब सिर्फ एक स्कूल असेंबली की कविता का नहीं रह गया है। बल्कि धर्म, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और राजनीति के त्रिकोण में उलझ चुका है। एक ओर जहां सपा इसे संवेदनशील विचारों का समर्थन मान रही है। वहीं हिंदू संगठन इसे “धार्मिक भावना भड़काने की कोशिश” कह रहे हैं।