उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा है कि ट्रांसजेंडर बच्चे भगवान की देन होते हैं। उन्हें तानों और उपेक्षा की बजाय शिक्षा और सम्मान मिलना चाहिए। अयोध्या के अवध विश्वविद्यालय स्थित स्वामी विवेकानंद सभागार में आयोजित अयोध्या कॉन्क्लेव में राज्यपाल ने समाज से अपील की कि ट्रांसजेंडर को मुख्यधारा में लाने के लिए ठोस प्रयास किए जाएं।
ट्रांसजेंडरों के लिए पाठशाला
उन्होंने बस्ती जिले का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां प्रशासन और समाजसेवी संस्थाओं की पहल से ट्रांसजेंडरों के लिए पाठशाला शुरू की गई है। और 51 ट्रांसजेंडरों को रोजगार भी मिला है। राज्यपाल ने सुझाव दिया कि बाकी जिलों में भी इसी तर्ज पर ट्रांसजेंडर पाठशाला की शुरुआत की जाए।
ट्रांसजेंडर मेला
राज्यपाल ने कहा कि केंद्र सरकार ने ट्रांसजेंडरों के सशक्तिकरण के लिए विशेष फंड और योजनाएं शुरू की हैं। साथ ही, काशी, बस्ती और लखनऊ में ट्रांसजेंडर उत्थान के लिए समितियां गठित की गई हैं। उन्होंने बताया कि राजभवन की ओर से ट्रांसजेंडर बच्चों के लिए स्मार्ट क्लास सुविधा भी विकसित की जा रही है। जल्द ही लखनऊ में ट्रांसजेंडर मेला आयोजित किया जाएगा।
एमओयू पर हस्ताक्षर
कार्यक्रम में राज्यपाल की मौजूदगी में रेलवे सहित देश की 18 नामी कंपनियों के साथ आंगनबाड़ी केंद्रों, कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों और ग्रामीण शैक्षिक विकास को लेकर एमओयू पर हस्ताक्षर किए गए। इसके अलावा राज्यपाल ने अयोध्या धाम में 70 नवसृजित आंगनबाड़ी केंद्रों के भवनों का वर्चुअल शिलान्यास भी किया।
इस मौके पर विधायक रामचंद्र यादव, वेद प्रकाश गुप्त, महापौर गिरीशपति त्रिपाठी, राजभवन के अपर मुख्य सचिव सुधीर एम बोबडे, जिलाधिकारी निखिल टीकाराम फुडे, मुख्य विकास अधिकारी कृष्ण कुमार सिंह समेत कई अधिकारी और गणमान्य लोग मौजूद रहे।





