उत्तर प्रदेश की राजनीति में अपनी बेबाकी के लिए पहचाने जाने वाले सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) के अध्यक्ष और योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर एक बार फिर अपने बयान को लेकर चर्चा में हैं। शुक्रवार को जौनपुर दौरे पर पहुंचे मंत्री ने जनसभा में कहा कि जब कोई व्यक्ति पीला गमछा या साफा पहनकर अफसरों के पास जाता है, तो सामने वाला उसमें ओम प्रकाश राजभर को देखता है। राजभर ने कहा, “जब आप लोग पीला साफा लगाकर दरोगा, डीएम, एसपी या डीजीपी के पास जाते हैं, तो वे समझते हैं कि खुद ओम प्रकाश राजभर आ गए हैं।” उनके इस बयान को वाराणसी के छितौना गांव में ठाकुर और राजभर समुदाय के बीच हुए ताजा विवाद से जोड़ा जा रहा है। इस मामले में सरकार ने एसआईटी जांच भी गठित की है।
अखिलेश यादव पर तीखा हमला
राजभर ने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और कथावाचक अनिरुद्धाचार्य के बीच चल रहे विवाद पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने सपा प्रमुख पर हमला बोलते हुए कहा, “जब अयोध्या में भगवान श्रीराम का मंदिर बन रहा था, तब सपा ने उसका विरोध किया। किसानों की सम्मान निधि और आयुष्मान कार्ड जैसी योजनाओं का भी विरोध किया गया।”
कुछ लोग पाकिस्तान का पानी पीकर आए हैं
राजभर ने कटाक्ष करते हुए कहा कि “कुछ लोग पाकिस्तान का पानी पीकर आए हैं, इसलिए सपा का काम ही विरोध करना है।” उन्होंने यह बात महाराजा सुहेलदेव की प्रतिमा के अनावरण कार्यक्रम के दौरान कही, जहां उनके साथ पार्टी महासचिव अरविंद राजभर भी मौजूद थे।
मिली थी जान से मारने की धमकी
चार दिन पहले मंत्री ओम प्रकाश राजभर को सोशल मीडिया के जरिए जान से मारने की धमकी मिली थी। इस मामले में उनके पीआरओ ने लखनऊ के हजरतगंज थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। धमकी देने का आरोप बलिया के करणी सेना नामक एक फेसबुक आईडी पर लगा है। मामले को गंभीरता से लेते हुए सुरक्षा व्यवस्था की मांग की गई थी।





