दुनिया भर में ट्रेड वॉर चल रही है। कई देश एक-दूसरे पर टैक्स और बैन लगा रहे हैं। इसी बीच उत्तर प्रदेश सरकार ने अपना फोकस अमेरिका से हटाकर बाकी देशों पर भी कर दिया है। अब स्पेन, इटली, ब्राज़ील, मलेशिया जैसे देशों को यूपी से ज्यादा निर्यात होगा। इसके लिए जल्द ही ‘निर्यात प्रोत्साहन नीति-2030’ लाई जा रही है।
इसमें क्या होगा?
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पहली बार निर्यातक यूनिट को परियोजना लागत का 40 फीसदी अनुदान मिलेगा।
सेवा क्षेत्र (Services sector) को भी खास जगह दी गई है – जैसे मेडिकल टूरिज्म, हॉस्पिटैलिटी, लॉजिस्टिक्स और हायर एजुकेशन।
ईज ऑफ डूइंग एक्सपोर्ट भी लागू होगा। यानी ‘ईज ऑफ डूइंग बिज़नेस’ जैसा ही, लेकिन एक्सपोर्ट के लिए।
इसमें मार्केट रिसर्च, डिजिटल कैटलॉग, सोशल मीडिया मार्केटिंग, परफॉर्मेंस लिंक्ड इंसेंटिव जैसी चीज़ें शामिल होंगी।
MSME का होगा बूस्ट
प्रदेश के MSME व औद्योगिक विकास विभाग के सचिव प्रांजल यादव ने कहा कि यूपी देश में एक्सपोर्ट में पांचवें नंबर पर है। अब इसे और आगे ले जाना है। इसके लिए विविध क्षेत्रों में एक्सपोर्ट बढ़ाने की तैयारी है।
एसोचैम का सुझाव
एसोचैम के सह अध्यक्ष हसन याक़ूब ने सरकार को सुझाव दिया है कि ब्याज सब्सिडी, मार्केट एक्सपेंशन ग्रांट और लॉजिस्टिक्स में मदद दी जाए। इससे यूपी के एक्सपोर्टर नए इंटरनेशनल मार्केट तक पहुंच सकेंगे।
10 हजार एक्सपोर्टर्स को ट्रेनिंग
फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट ऑर्गनाइजेशन (FIEO) ने यूपी सरकार को रिपोर्ट दी है। इसमें कहा गया है कि 2027 तक 10,000 निर्यातकों को इंटरनेशनल लेवल की ट्रेनिंग दी जानी चाहिए। पहले फेज में मुरादाबाद, वाराणसी, कानपुर, गौतमबुद्ध नगर और सहारनपुर शामिल हैं।
यूपी का प्रोडक्ट कहां-कहां जा रहा?
मार्च 2024 से मार्च 2025 के बीच यूपी ने इन देशों को सबसे ज़्यादा एक्सपोर्ट किया
देश——- करोड़ रुपये
अमेरिका— 35545
यूके —12385
जर्मनी— 10876
नेपाल —9763
आस्ट्रिया— 8396
फ्रांस— 6734
नीदरलैंड— 6459
स्पेन— 6344
इटली— 5926
वियतनाम — 5037
सउदी अरब— 4981
मिस्र— 3935
मलेशिया— 3500
सरकार का फोकस अब सिर्फ परंपरागत नहीं, बल्कि डाइवर्सिफाइड और डिजिटल एक्सपोर्ट पर है। 2030 तक यूपी को देश का एक्सपोर्ट पावरहाउस बनाने का प्लान है।





