उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक नया इतिहास रच दिया है। वे अब राज्य के सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री पद पर रहने वाले नेता बन गए हैं। योगी ने स्वतंत्र भारत के पहले मुख्यमंत्री पंडित गोविंद बल्लभ पंत का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। पंडित पंत का कार्यकाल 8 साल 127 दिन का था, जबकि योगी आदित्यनाथ अब तक 8 साल 4 महीने और 10 दिन (यानि 8 वर्ष 132 दिन) का कार्यकाल पूरा कर चुके हैं।
इससे पहले इस सूची में मुलायम सिंह यादव (6 वर्ष 274 दिन), संपूर्णानंद (5 वर्ष 345 दिन), अखिलेश यादव (5 वर्ष 4 दिन) और नारायण दत्त तिवारी (3 वर्ष 314 दिन) जैसे दिग्गज नाम शामिल रहे हैं। लेकिन अब योगी ने सबको पीछे छोड़ते हुए खुद को शीर्ष पर पहुंचा दिया है।
भाजपा ने क्या कहा?
भाजपा ने योगी आदित्यनाथ के इस कार्यकाल को सिर्फ “राजनीतिक स्थिरता” ही नहीं, बल्कि “सुशासन, पारदर्शिता और विकास की नई परिभाषा” बताया है। पार्टी का दावा है कि पिछले आठ सालों में उत्तर प्रदेश अपराध और अराजकता के अंधकार से निकलकर कानून-व्यवस्था, निवेश और आधारभूत ढांचे के क्षेत्र में एक मिसाल बन चुका है।
कौन-कौन से बदलाव हुए?
योगी सरकार के कार्यकाल में कई बड़े प्रोजेक्ट्स पर काम हुआ है। गोरखपुर में एम्स। पूर्वांचल एक्सप्रेसवे और बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे।नोएडा में फिल्म सिटी। इनके अलावा प्रधानमंत्री आवास योजना, उज्ज्वला योजना, कन्या सुमंगला, मिशन शक्ति और मुफ्त राशन वितरण जैसी योजनाओं ने आम लोगों के जीवन में बड़ा बदलाव लाया।
मोदी भी इतिहास में
योगी के ऐतिहासिक रिकॉर्ड से तीन दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी एक बड़ा मुकाम हासिल किया। 25 जुलाई को पीएम मोदी ने इंदिरा गांधी का रिकॉर्ड तोड़कर देश के दूसरे सबसे लंबे कार्यकाल वाले प्रधानमंत्री बनने का गौरव प्राप्त किया। अब उनसे आगे सिर्फ पंडित नेहरू हैं।
इस मौके पर सीएम योगी ने पीएम मोदी को बधाई दी थी। उन्होंने कहा कि 4,078 दिनों की अखंड राष्ट्रसेवा, कर्तव्य की कालजयी साधना बन चुकी है। आपका हर क्षण, हर निर्णय मां भारती के वैभव को समर्पित रहा है। ‘विकसित भारत-आत्मनिर्भर भारत’ की संकल्पना की सिद्धि को समर्पित यह यात्रा लोकतंत्र की वह विजयगाथा है।





