उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार, 31 जुलाई को लखनऊ में सीएम युवा कॉन्क्लेव एवं एक्सपो–2025 का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान के तहत संचालित सीएम युवा योजना को प्रदेश के लाखों युवाओं के लिए ‘स्वरोजगार से स्वावलंबन तक की यात्रा’ का जरिया बताया।
मुख्यमंत्री ने बताया कि अब तक इस योजना के तहत 68,000 से ज्यादा युवाओं को 2751 करोड़ रुपए का ब्याजमुक्त और गारंटी फ्री लोन उपलब्ध कराया गया है। इसके साथ ही राज्य सरकार 10 फीसदी मार्जिन मनी की सुविधा भी दे रही है, जिससे युवाओं को शुरुआत में किसी बड़ी पूंजी की चिंता न करनी पड़े।
योजना नहीं, आंदोलन है
मुख्यमंत्री योगी ने कहा,
“सीएम युवा योजना केवल एक योजना नहीं है, यह एक आंदोलन है। यह उन सभी युवाओं के लिए अवसर है, जिनके पास सपना तो है लेकिन संसाधन नहीं।”
उन्होंने मंच पर मौजूद उन युवाओं की कहानियों का ज़िक्र किया जिन्होंने योजना का लाभ उठाकर सफलता हासिल की है। उन्होंने कहा कि इनकी कहानियों में एक समानता है सपना उन्होंने देखा, उसे साकार सरकार ने किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह योजना सिर्फ लोन या ट्रेनिंग तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक ऐसा मंच है जो युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के साथ उन्हें जॉब सीकर से जॉब क्रिएटर बना रही है।
अनलिमिटेड पोटेंशियल
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश के युवाओं में अनलिमिटेड संभावनाएं हैं। जरूरत सिर्फ मंच और मार्गदर्शन की है, जो सीएम युवा योजना उन्हें दे रही है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि हर जिले से कम से कम 50 युवाओं को इस एक्सपो में लाकर योजनाओं और मार्केट एक्सेस की जानकारी दी जाए।
17 एमओयू भी साइन
कॉन्क्लेव के दौरान सीएम योगी ने फ्रेंचाइजी मॉडल, बिजनेस ऑन व्हील्स और अन्य इनोवेटिव व्यवसायों की मशीनरी/ब्रांड्स की प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। साथ ही ‘यूपी मार्ट’ नामक एक सप्लायर्स पोर्टल भी लॉन्च किया गया। इस मौके पर 17 एमओयू भी हस्ताक्षरित हुए।
सीएम योगी ने विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को संबोधित करते हुए कहा कि
“आज हमारे संस्थान टापू बन चुके हैं, जिनका स्कीमों और समाज से जुड़ाव खत्म हो गया है। जब जानकारी नहीं होती तो युवा गलत स्कीमों के चक्कर में पड़ जाते हैं।”
उन्होंने कहा कि सीएम युवा योजना इस स्थिति को बदल रही है। युवाओं को अब कर्ज के बोझ या पलायन की मजबूरी से राहत मिल रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यूपी में कोई भी युवा यदि नया उद्यम शुरू करता है, तो उसे शुरुआती 1000 दिनों तक किसी लाइसेंस की जरूरत नहीं है। इसके अलावा 5 लाख रुपए का बीमा कवर भी राज्य सरकार दे रही है।
उन्होंने कहा कि कुटीर, हस्तशिल्प और एमएसएमई सेक्टर को फिर से जीवंत करने के लिए राज्य सरकार ने ठोस कदम उठाए हैं, ताकि यूपी न केवल देश का सबसे बड़ा उपभोक्ता राज्य बने, बल्कि रोजगार देने वाला राज्य भी बने।





