उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने जेलों में अनुशासन कायम रखने के लिए सख्त कदम उठाया है। ललितपुर जिला कारागार में एक विचाराधीन बंदी के पास मोबाइल फोन बरामद होने के बाद जेलर को तत्काल निलंबित कर दिया गया।
घटना गुरुवार सुबह की है, जब विचाराधीन कैदी ज्ञानेंद्र ढाका की तलाशी ली गई। उसके कपड़ों से एक कीपैड वाला मोबाइल फोन मिला। मामले की गंभीरता को देखते हुए डीजी जेल पीसी मीणा ने त्वरित कार्रवाई की।
कानपुर रेंज को जिम्मेदारी सौंपी
जांच के लिए डीआईजी जेल कानपुर रेंज को जिम्मेदारी सौंपी गई। जांच में जेलर जीवन सिंह, डिप्टी जेलर प्रिंस बाबू और जेल वार्डर आकाश कुशवाहा की लापरवाही उजागर हुई। तीनों ने कर्तव्य निर्वहन में कोताही बरती।
अनुशासनिक कार्रवाई शुरू करने के आदेश
परिणामस्वरूप डीजी जेल ने तीनों को निलंबित करने के साथ उनके खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई शुरू करने के आदेश दिए। यह कदम जेल प्रशासन में पारदर्शिता और सतर्कता का संदेश देता है।





