उत्तराखंड में पंचायत चुनाव के पहले चरण के लिए गुरुवार को 12 जिलों के 49 ब्लॉकों में मतदान होना है। बागेश्वर और रुद्रप्रयाग ऐसे दो जिले हैं जहां पहले चरण में ही चुनाव प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। इस चरण में 17,829 उम्मीदवार मैदान में हैं। चुनाव के लिए 4679 मतदान केंद्रों और 5823 मतदान स्थलों पर वोट डाले जाएंगे। इनमें से 1521 मतदान केंद्र संवेदनशील और 533 अति संवेदनशील घोषित किए गए हैं।
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
चुनाव के सफल संचालन के लिए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। राज्य भर में करीब 8 हजार पुलिस जवान, 3420 होमगार्ड, 2376 पीआरडी जवान और 1512 वनकर्मी तैनात किए गए हैं। इसके अलावा 22 कंपनी पीएसी भी तैनात की गई है। मानसून के मद्देनजर SDRF और NDRF को भी अलर्ट मोड पर रखा गया है ताकि किसी आपात स्थिति में त्वरित कार्रवाई की जा सके।
पिथौरागढ़ और टिहरी में सियासी टकराव
पिथौरागढ़ के डीडीहाट ब्लॉक से बीजेपी समर्थित पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष कमला चुफाल मैदान में हैं, जहां उन्हें नरेंद्र देऊपा से कड़ी टक्कर मिल रही है। वहीं, टिहरी में पूर्व मंत्री मातबर सिंह कंडारी के बेटे राजीव कंडारी बहेड़ा सीट से मैदान में हैं। टिहरी की बुतसी सीट पर हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट से जुड़े मामलों के चलते सीता देवी और सरिता नकोट आमने-सामने हैं।
अल्मोड़ा, उत्तरकाशी में भी प्रतिष्ठा का सवाल
अल्मोड़ा के ताड़ीखेत ब्लॉक से बीजेपी विधायक प्रमोद नैनवाल के भाई सतीश नैनवाल चुनाव लड़ रहे हैं। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल की बहू सुनीता कुंजवाल खांकर सीट से मैदान में हैं। उत्तरकाशी के रामावार्ड सीट से पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक बिजल्वाण और बीजेपी नेता सत्येंद्र राणा में मुकाबला है। इस सीट को लेकर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने खुद प्रचार किया है।
देहरादून में कांग्रेस और बीजेपी आमने-सामने
देहरादून के चकराता ब्लॉक की बिरनाड सीट पर कांग्रेस नेता प्रीतम सिंह के पुत्र अभिषेक मैदान में हैं, जो जिला पंचायत अध्यक्ष पद के दावेदार माने जा रहे हैं। वहीं, बीजेपी विधायक मुन्ना सिंह चौहान की पत्नी मधु चौहान कचटा सीट से प्रत्याशी हैं। यह सीट भी हाईप्रोफाइल मानी जा रही है और यहां सीधी टक्कर की संभावना है।





