उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धराली क्षेत्र में अचानक हुए बादल फटने की घटना के बाद राहत और बचाव कार्य जोर-शोर से चल रहे हैं। जिलाधिकारी प्रशांत आर्या ने बताया कि वर्तमान में 400 से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। उन्होंने कहा कि हालात अभी भी नियंत्रण में हैं और रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। डीएम ने पत्रकारों को बताया कि कल की स्थिति जैसे ही बनी हुई है और राहत कार्य लगातार आगे बढ़ रहा है। प्रशासन की प्राथमिकता लोगों की सुरक्षा और जल्द से जल्द प्रभावितों को सुरक्षित जगह पहुंचाना है।
सीएम धामी ने हवाई निरीक्षण कर स्थिति का लिया जायजा
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 6 अगस्त 2025 की सुबह धराली पहुंचकर घटना स्थल का हवाई निरीक्षण किया। निरीक्षण के बाद सीएम ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि सरकार के लिए एक-एक जान कीमती है और वे हर संभव प्रयास कर रहे हैं कि सभी प्रभावितों को सुरक्षित निकाला जाए। उन्होंने बताया कि ITBP, NDRF, SDRF और भारतीय सेना की टीमें राहत और बचाव कार्य में लगी हुई हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीमों को भी पूरी तरह से अलर्ट रखा गया है ताकि किसी भी चिकित्सा आपात स्थिति का तुरंत समाधान किया जा सके।
प्रभावित परिवारों से मुलाकात, मदद का दिया भरोसा
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने धराली के प्रभावित परिवारों से मिलकर उनका हालचाल जाना और उन्हें हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि यह आपदा कई परिवारों के लिए भारी दुख लेकर आई है, लेकिन सरकार पूरी तरह से उनके साथ खड़ी है। धामी ने सोशल मीडिया पर भी यह बात साझा की कि सरकार आपदा प्रबंधन और राहत कार्यों को पूरी गति से संचालित कर रही है। उन्होंने कहा कि उनकी प्राथमिकता प्रत्येक लापता व्यक्ति की खोज करना और प्रभावित परिवारों को समुचित सहायता उपलब्ध कराना है।
प्रशासन की टीमों का समन्वित प्रयास जारी
उत्तरकाशी में डीएम प्रशांत आर्या, पुलिस अधीक्षक सरिता डोभाल और अन्य विभाग लगातार स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। वे एक-दूसरे के संपर्क में रहकर पल-पल की जानकारी लेते रहे हैं। स्थानीय प्रशासन और केंद्र सरकार की टीमों ने आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत सामग्री पहुंचाने और घायलों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने का काम तेज कर दिया है। सरकार ने प्रभावितों के लिए अस्थायी आश्रय और भोजन की व्यवस्था भी सुनिश्चित की है ताकि उन्हें किसी प्रकार की कठनाई न हो। साथ ही, सड़क मार्ग खुलवाने और प्रभावित इलाकों में बिजली-पानी की व्यवस्था जल्द से जल्द बहाल करने के प्रयास किए जा रहे हैं





