रुद्रपुर में आयोजित ‘उत्तराखंड निवेश उत्सव’ में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भाग लिया और राज्य में हो रहे विकास कार्यों की जमकर सराहना की। उन्होंने कहा कि जब उत्तराखंड बना था, तब कुछ लोगों ने छोटे राज्यों के भविष्य पर सवाल उठाए थे, लेकिन आज उत्तराखंड विकास के शिखर पर पहुंच चुका है। शाह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के प्रयासों को इसका श्रेय दिया।
अमित शाह ने बताया कि ऑल वेदर रोड परियोजना अब लगभग पूरी हो चुकी है। कुछ एक्टिविस्ट्स जब इसे कोर्ट में रोकने की कोशिश कर रहे थे, तब केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में मजबूती से इसका पक्ष रखा। नतीजा यह है कि अब चारधाम यात्रा सालभर चलाई जा सकेगी, जिससे पर्यटन को बड़ा फायदा होगा।
कांग्रेस को चेतावनी: “हवन में हड्डी डालना बंद करो”
कांग्रेस पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा कि जब उत्तराखंड राज्य की मांग हो रही थी, तब कांग्रेस ने आंदोलनकारियों पर लाठियां बरसाईं। उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा, “जब राज्य का भला हो रहा हो तो उसमें हवन में हड्डियां डालना बंद करो, नहीं तो जो बचे-खुचे दिख रहे हो, वो भी गायब हो जाओगे।”
उत्तराखंड की धार्मिक और सांस्कृतिक महत्ता पर बोले शाह
शाह ने उत्तराखंड की पावन भूमि को आस्था की धरती बताते हुए कहा कि यहां एक ज्योतिर्लिंग, तीन शक्तिपीठ, चारधाम, पंच केदार, पंच प्रयाग और सप्त बद्री जैसे पवित्र स्थल हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी भूमि का विकास कोई नहीं रोक सकता।
गरीब कल्याण और विकास साथ-साथ
अमित शाह ने कहा कि मोदी सरकार ने यह मिथक तोड़ दिया कि उद्योग और इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास से गरीबों का भला नहीं होता। उन्होंने कहा,
“25 करोड़ से अधिक लोग गरीबी रेखा से बाहर आए हैं और दर्जनों जनकल्याण योजनाएं चल रही हैं।”
अब तक 1 लाख करोड़ का निवेश आया उत्तराखंड
गृह मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री धामी की मेहनत से राज्य में अब तक 1 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश जमीन पर उतर चुका है। 2023 की ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट में 3.56 लाख करोड़ रुपये के एमओयू साइन हुए थे, जिनमें से बड़ी राशि अब हकीकत बन चुकी है।
अटल- मोदी की नीति से देश को मिला नया रूप
अमित शाह ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और नरेंद्र मोदी की तुलना करते हुए कहा कि अटल जी ने उत्तराखंड बनाया, और मोदी जी ने इसे संवारा। उन्होंने दावा किया कि भारत जल्द ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा।
उत्तराखंड: संस्कृति और प्रकृति का अद्भुत संगम
शाह ने अंत में कहा कि उत्तराखंड में बहने वाली नदियां आधे भारत को जीवन देती हैं और यहां की भूमि पर हजारों वर्षों से संत महात्मा संस्कृति का संरक्षण करते आए हैं। उन्होंने राज्य को प्रकृति और आध्यात्मिकता का संगम बताया, जिसे और भी विकसित किया जाएगा।





