उत्तराखंड त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 2025 के दूसरे चरण में सोमवार, 28 जुलाई को 40 विकासखंडों में मतदान प्रक्रिया सुबह आठ बजे से शुरू हो चुकी है। इस चरण में 5033 पदों के लिए कुल 14751 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। इन उम्मीदवारों का भाग्य 21.57 लाख मतदाता तय करेंगे। मतपेटियों में बंद इन वोटों की गिनती 31 जुलाई को की जाएगी। प्रदेश भर में मतदान केंद्रों पर सुबह से ही मतदाताओं की कतारें देखने को मिलीं। खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं और बुजुर्गों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। दोपहर 12 बजे तक विभिन्न जिलों से मतदान प्रतिशत की रिपोर्टें सामने आई हैं, जिनमें कुछ क्षेत्रों में अपेक्षाकृत अधिक मतदान हुआ है, जबकि कुछ स्थानों पर मतदान धीमा रहा।
पिथौरागढ़, चंपावत जिलों से मिले आंकड़े
जनपद पौड़ी में दोपहर 12 बजे तक कुल 30.7 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। विकासखंडवार आंकड़ों में जयहरीखाल में सबसे अधिक 38.7% मतदान हुआ, जबकि यमकेश्वर और कल्जीखाल में सबसे कम 27% मतदान दर्ज किया गया। अन्य ब्लॉकों की बात करें तो कोट में 33.6%, द्वारीखाल में 31.2%, दुगड्डा में 28.7% और पौड़ी ब्लॉक में 31.5% वोटिंग हुई। पिथौरागढ़ जनपद के चार विकासखंडों में औसतन 28.37% मतदान हुआ। इसमें मूनाकोट में सर्वाधिक 30.03%, जबकि गंगोलीहाट में 27.01% मतदान दर्ज किया गया। बेरीनाग में 27.70% और विण ब्लॉक में 29.25% मतदान हुआ। वहीं चंपावत जनपद के चंपावत और बाराकोट विकासखंडों में क्रमशः 32.35% और 30.11% मतदान दर्ज किया गया। यहां का कुल औसत मतदान प्रतिशत 31.78% रहा।
अल्मोड़ा में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम
अल्मोड़ा जनपद में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के दूसरे चरण के अंतर्गत जिलाधिकारी और एसएसपी देवेंद्र पींचा द्वारा दूरस्थ ब्लॉकों जैसे सल्ट, पूनाकोट, जालीखान, मौलेखाल आदि क्षेत्रों का दौरा किया गया। सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेते हुए उन्होंने चुनाव ड्यूटी में तैनात अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। जिले के सभी पोलिंग बूथों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। अपर पुलिस अधीक्षक, सीओ, सीएफओ समेत सभी वरिष्ठ अधिकारी निरंतर भ्रमणशील रहकर सुरक्षा का आंकलन कर रहे हैं। साथ ही जोनल व सेक्टर पुलिस अधिकारी भी लगातार पोलिंग बूथों की निगरानी कर रहे हैं।
उत्साह के साथ मतदान
पूरे प्रदेश में अब तक मतदान शांतिपूर्ण ढंग से चल रहा है। कहीं से किसी बड़ी अव्यवस्था या हिंसा की सूचना नहीं है। सुरक्षा बलों की तैनाती के चलते मतदाता निडर होकर मतदान केंद्रों तक पहुंच रहे हैं। महिलाओं, बुजुर्गों और युवाओं की भागीदारी से यह स्पष्ट है कि ग्रामीण जनता पंचायत चुनाव को लेकर पूरी तरह जागरूक और सक्रिय है। 31 जुलाई को होने वाली मतगणना से यह तय होगा कि 5033 पदों पर किसके सिर जीत का ताज सजेगा। फिलहाल सभी प्रत्याशी और उनके समर्थक वोटिंग प्रतिशत के आधार पर अपने-अपने आकलन में जुटे हैं।





