उज्जैन, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले के इंगोरिया में बिजली गुल हो जाने से एक चौंका देने वाला मामला सामने आया है, जहां शादी के दौरान बिजली कटौती हो जाने की वजह से दुल्हनें ही बदल गई। अगली सुबह जब इस बारे पता चला तो हड़कंप मच गया। लेकिन बाद में दोनों परिवारों के बीच समझौता हो गया और परिजनों ने दोबारा पंडित को बुलाकर पूजा-पाठ एवं फेरे की रस्म कराई।
दरअसल, इंगोरिया थाना क्षेत्र के ग्राम असलाना निवासी रमेशलाल रेलोत की तीन बेटियों और एक बेटे की शादी 5 मई को थी। सबसे बड़ी बेटी कोमल की शादी ग्राम खीराखेड़ी के राहुल से तय हुई थी, वहीं मंझली बेटी निकिता की शादी ग्राम दंगवाड़ा के भोला से और छोटी बेटी करिश्मा की शादी दंगवाड़ा के ही गणेश से तय हुई थी। शादी वाले दिन रात 8 बजे बिजली गुल हो गई।
पारिवारिक रस्मों के मुताबिक सभी को पूजा करनी थी। रात 11:30 बजे वर और वधू पूजा के लिए बैठ गए। लेकिन यहां से असली परेशानी शुरू हुई बड़ी बेटी कोमल तो सही से अपने वर राहुल के पास बैठ गई, लेकिन इधर अंधेरा होने के कारण निकिता दूल्हे भोला के साथ न बैठते हुए गणेश के साथ बैठ गई। वहीं करिश्मा भोला के पास बैठ गई।
20 मिनट पूजा के बाद जब दूल्हा-दुल्हन बाहर आए तो यह बात परिजन को यह बात चली, जिन्होंने इस गलती को सुधारते हुए फिर से रस्में पूरी कराई। फेरे भी तय हुए रिश्तों के अनुसार ही हुए।
गांव असलाना निवासी लखन पटेल ने बताया की बिजली चले जाने से चौकिया में दुल्हन गलत बैठ गई थी। बिजली आने के बाद देखा तो उन्हें अपने दूल्हे के पास बैठा दिया पिछले कुछ दिनों से रात आठ बजे से रात के 12 बजे तक बिजली कटौती की जा रही है।
उधर, दुल्हा गणेश के पिता बाबूलाल ने बताया की दोनों बारात दंगवाड़ा से आयी थी बिजली चले जाने से अंधेरे में दूल्हा-दुल्हन बदल गए थे। कोई विवाद नहीं हुआ आपसी समझौते से सही दुल्हन के साथ शादी हो गई है।
दुल्हन के मामा ने बताया की बारात समय पर आई थी। तीनों दुल्हन ने एक जैसी पोषाक पहनी थी। फेरों के समय बिजली चले जाने पर दुल्हन आगे-पीछे हो गई थीं। बिजली आने पर फेरों के पहले ही दिख गया था तो तीनो को सही जगह बैठा कर विवाह संपन्न कराया गया।
इधर इंगोरिया थाना प्रभारी ने बताया की इस प्रकार की कोई शिकायत प्राप्त नहीं हुई है, गांववालों ने आपसी समझ-बूझ से इसे सुलझा लिया।