आचार्य चाणक्य: हर छात्र को त्याग देनी चाहिए ये 9 चीजें

 आलस्य सफलता की राह में सबसे बड़ा बाधक है। छात्रों को आलस्य का त्याग कर समय का सदुपयोग करना चाहिए।

 अनुशासन और नियमित दिनचर्या का पालन करना जरूरी है। असंतुलित दिनचर्या से अध्ययन में बाधा आती है।

नकारात्मक सोच से आत्मविश्वास कम होता है। सकारात्मक सोच और आत्मविश्वास से ही सफलता प्राप्त होती है।

असामाजिक गतिविधियाँ जैसे बुरी संगत, गलत आदतें, आदि से दूर रहना चाहिए। ये गतिविधियाँ छात्रों को गलत राह पर ले जा सकती हैं।

 ज्यादा सोना समय की बर्बादी है। पर्याप्त नींद लेना जरूरी है, लेकिन बहुत अधिक सोने से अध्ययन का समय कम हो जाता है।

 आत्मविश्वास के साथ निर्णय लेना चाहिए। दुविधा और संदेह से निर्णय लेने की क्षमता कम होती है और सफलता में रुकावट आती है।

 आत्म-समर्पण की भावना से ही उच्च लक्ष्य प्राप्त होते हैं। छात्रों को अपने लक्ष्य के प्रति पूर्ण समर्पण रखना चाहिए।

 अभिमान और घमंड से ज्ञान का विकास रुक जाता है। विनम्रता और सीखने की ललक से ही सच्ची विद्या प्राप्त होती है।