F&O पर SEBI के नए नियमों से BSE को हुआ नुकसान, बैंकनिफ्टी वाले अब यहां कर रहे ट्रेडिंग
mpbreakingnews.in
SEBI ने F&O (फ्यूचर्स और ऑप्शन्स) नियमों में बदलाव किए, जिससे NSE को ट्रेडिंग वॉल्यूम का लाभ मिला, जबकि BSE को नुकसान हुआ।
mpbreakingnews.in
बैंक निफ्टी की साप्ताहिक एक्सपायरी के खत्म होने के बाद ट्रेडर्स ने निफ्टी और सेंसेक्स की ओर रुख किया, जिससे इन दोनों इंडेक्स में ट्रेडिंग वॉल्यूम बढ़ा।
mpbreakingnews.in
नए नियमों के तहत, एक एक्सचेंज पर केवल एक ही इंडेक्स की वीकली एक्सपायरी की अनुमति है। इस नियम के लागू होने के बाद, Nifty50 और Sensex की वीकली एक्सपायरी बची है।
mpbreakingnews.in
NSE का औसत डेली वॉल्यूम 29,474 करोड़ रुपये से बढ़कर 41,301 करोड़ रुपये हो गया। वहीं, BSE में बैंकएक्स का वॉल्यूम 1,927 करोड़ रुपये से घटकर 41 करोड़ रुपये रह गया।
mpbreakingnews.in
NSE में ऑप्शन्स वॉल्यूम 59,615 करोड़ रुपये से बढ़कर 62,511 करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जबकि BSE का ऑप्शन्स वॉल्यूम 9,228 करोड़ रुपये से घटकर 8,355 करोड़ रुपये हो गया।
mpbreakingnews.in
नए नियमों के तहत, ट्रेडिंग इंस्ट्रूमेंट्स की संख्या घटाकर और कॉन्ट्रैक्ट साइज को 15 लाख रुपये कर दिया गया, जिससे ट्रेडरों के लिए ट्रेडिंग कठिन हुई।
mpbreakingnews.in
अक्षय चिंचालकर के मुताबिक, बाजार में आई करेक्शन और उच्च वोलैटिलिटी के कारण ट्रेडर्स का उत्साह घटा। साल के अंत में विदेशी ट्रेडरों द्वारा पोजीशन कम करने से भी वॉल्यूम पर असर पड़ा।
mpbreakingnews.in
Bank Nifty वीकली ऑप्शन्स, जो 2016 से रिटेल ट्रेडरों का पसंदीदा था, अब खत्म हो गया। SEBI ने रिटेल ट्रेडरों की अत्यधिक भागीदारी को नियंत्रित करने और बाजार की स्थिरता को बढ़ाने के लिए यह कदम उठाया।
mpbreakingnews.in
इन 5 स्टॉक्स ने दिए हैं जबरदस्त रिटर्न, आगे की राह भी दिख रही शानदार, रखें नजर