कई घरों के फ्रिज में अगर आप देखें तो कोल्ड ड्रिंक्स जरूर दिख जाएगा. घर, दफ्तर से लेकर लोग पार्टी फंक्शन में भी कोल्ड ड्रिंक को पीना पसंद करते हैं. युवाओं में तो इसका खासा क्रेज देखने को मिलता है.
कोल्ड ड्रिंक्स में सुक्रोज तत्व पाया जाता है जिससे फ्रक्टोज बनती है. फ्रक्टोज से हमें कैलोरी मिलती है और चूंकि कोल्ड ड्रिंक्स में बहुत ज्यादा मात्रा में शुगर होते है इसलिए यह वजन बढ़ने का कारण बन सकता है.
कोल्ड ड्रिंक्स में ग्लूकोज और फ्रक्टोज बहुत अधिक होते हैं. चूंकि इन ड्रिंक्स में शुगर ज्यादा होता है तो फ्रक्टोज को पचाने में लीवर को बहुत मशक्कत करनी पड़ती है. जिससे लीवर में इन्फ्लेमेशन की शिकायत आ जाती है.
कोल्ड ड्रिंक्स के सेवन से पेट के आसपास फैट जमा होता है और बेली फैट बढ़ने लगता है. जिससे डायबिटीज और दिल की बीमारियां हो सकती है.
शरीर में शुगर की मात्रा तेजी से बढ़ने से इंसुलिन का बैलेंस बिगडने लगता है यह जानलेवा भी साबित हो सकता है.
कोल्ड ड्रिंक्स और सॉफ्ट ड्रिंक्स में बहुत ज्यादा शुगर होता है जिससे टाइप-2 डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है.