एक विवाहित महिला या दुल्हन के लिए सोने-चांदी, हीरे सहित कुल मिलाकर गहने सबसे महत्वपूर्ण वस्तुएं हैं।
हिंदू धर्म में विवाहित महिलाओं को कुछ खास नियम बताए गए हैं। इसमें उनके आभूषणों के संबंध में नियम शामिल हैं।
महिलाओं को किसी और की पायल नहीं पहननी चाहिए और किसी और को नहीं देनी चाहिए। अगर ये गलतियां की गईं तो शादीशुदा लड़की की बेटी को परेशानी होगी। पति-पत्नी के जीवन में आर्थिक समस्या सहित अन्य समस्याएं भी आ सकती हैं।
हिंदू धर्म में सोने की पायल पहनना मना है। पुराण कहते हैं कि सोने की पायल या गीजे पहनने से धार्मिक-ज्योतिषीय त्रुटियां होती हैं।
धार्मिक शास्त्रों के अनुसार महिलाओं को सिर से लेकर कमर तक ही सोने के आभूषण पहनने चाहिए। पैरों में सोना पहनना अशुभ होता है।
दरअसल चांदी का संबंध चंद्रमा से है। वहीं दूसरी ओर सोने का संबंध लक्ष्मी से है। हिंदू धर्म में ऐसी मान्यता है कि पैरों में सोना जो कि लक्ष्मी का प्रतीक है, धारण करने से देवी का अपमान होता है। इसलिए पैरों में सोना नहीं पहनना चाहिए।
वैज्ञानिक दृष्टिकोण से चांदी का प्रभाव शीतल होता है और इससे पैरों को लाभ होता है।