Dream Psychology : सपनों के बारे में मनोवैज्ञानिक तथ्य - जिन्हें आपको जानना चाहिए।

यदि आप भी सपनों से जुड़े रहस्यों को जानना चाहते हैं, तो यह आपके लिए है। सपने हर किसी को आते हैं।

कुछ अच्छे होते हैं, तो कुछ बुरे। लेकिन सबसे अजीब बात यह है कि किसी को भी यह नहीं याद रहता कि उसका सपना आखिर कहां से आरंभ हुआ था।

आइए जानते हैं कुछ ऐसे मनोवैज्ञानिक तथ्य जिन्हें जानकर आपके होश उड़ जाएंगे।

जो लोग सोते हुए खर्राटे लेते हैं, उन्हें सपने नहीं आते।

यदि कोई आपसे कहता है कि उसे सपने नहीं आते, तो इसका मतलब है कि उसे सपने आते हैं, लेकिन वह उन्हें भूल जाता है।

सपनों में हम सिर्फ उन चेहरों को देख सकते हैं, जिन्हें हमने पहले कभी देखा है। यह इसलिए है क्योंकि हमारा दिमाग अपने आप चेहरे नहीं बना सकता, हमें सिर्फ उन चेहरों को देखने की प्रत्याशा होती है जिन्हें हमने पहले देखा है।

 जानवर भी सपने देख सकते हैं। एक अध्ययन से पता चला है कि जानवर भी सोते समय हमारी तरह दिमागी तरंगें छोड़ते हैं, यानी कि सपने देखते हैं।

 जिन लोगों का IQ सबसे अधिक होता है, उन्हें सबसे अधिक सपने आते हैं।