3 सितंबर को चीनी कंट्रोल वाले स्मार्टफोन इंस्टेंट लोन देने वाली और पएमेनी कंपनियों की जांच चल रही है।

इस दौरान ED ने कई प्रसिद्ध कंपनियों पर छापा मारा। इस लिस्ट में Paytm भी  शामिल है। साथ में अन्य कई ऑनलाइन पेमेंट कंपनी भी शामिल है।

पिछले 3 सालों में करीब 42 फीसदी लोग धोखाधड़ी का शिकार हुए। हाल ही में आई  रिपोर्ट में पता चला की धोखाधड़ी कर इन मामलों में ई-कॉमर्स ऑपरेटर का भी  बड़ा हाथ हैं। इसलिए यह जांच चल रही है।

छापेमारी की लिस्ट में Rozor Pay भी शामिल है। यह एक पेमेंट एप है जो  यूजर्स को बिजनेस और अन्य कामों से लिए पेमेंट का ऑप्शन देती है।

वहीं इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर Cashfree है। शनिवार को बैंगलुरु के 6 पेमेंट कंपनियों के ऑफिस में छापेमारी की गई।

रिपोर्ट्स की माने तो यह जांच शुक्रवार को शुरू हुई थी। वहीं चीनी कंट्रोल  में आने वाले इन कंपनियों में मर्चेन्ट आईडी और बैंक खातों में 17 करोड़  रुपये भी जब्त किए गए हैं।

कहा जा रहा है कुछ चाइनीज कंपनियां भारतीय नागरिकों के फेक दस्तावेजों का  इस्तेमाल करके उन्हें फर्जी तरीके से निदेशक बनाती है। चीन के  कुछ  लोग यह काम छुप कर करते हैं।