प्रसिद्ध दिल्ली  के  पर्यटन स्थल

मुगल वास्तुकला द्वारा लाल बलुआ पत्थर से बना सुंदर किला, यात्रियों को आकर्षित करने वाला मुख्य स्थान है। यह बहुत-सी अलग-अलग तरह की जगह का संगम है। आपको इसमें संग्राहलय देखने को भी मिलेगा व पारंपरिक हस्तशिल्प और सजावटी सामान, कृत्रिम गहने आदि इसके मीना बाज़ार में जगमगाते हुए मिलेंगे।

लाल किला

अगर आप दिल्ली दर्शन के लिए आए है तो इस जगह को भूल नहीं सकते। दिन-रात,आँधी-तूफान, साल के हर एक दिन यहाँ जलती अमर जवान ज्योति उन वीरों की दास्तान बयान करती है। अपने देश प्रेम को थोड़ा जाग्रित करते हुए आप इसकी वीरता के गवाह बन सकते है। आसपास का बगीचा भी व हर वक्त होती चहल-पहल भी आपको अपनी तरफ खिंचेंगी।

इंडिया गेट

कुतुबुद्दीन ऐबक द्वारा बनवाई गई यह इमारत दिल्ली की ऊँची इमारतों में से एक है। यह ईरानी वास्तुकला का भव्य उदाहरण है जिसे यूनेस्को विश्व विरासत स्थल में शामिल किया गया है। यह सबसे नामी दिल्ली पर्यटन स्थल है।

क़ुतुब मीनार

शताब्दियों बाद भी अपनी सुंदरता बरकरार रखे हुए इस स्थान को हुमायूँ की पत्नी हाजी बेगम ने बनवाया था। लाल पत्थर व संगमरमर के संगम से बना यह मकबरा भी मुगल वास्तुकला का प्रशंसनीय उदाहरण है l

हुमायूँ का मकबरा

बहाई स्थल कही जानेवाली यह जगह उपासना केंद्र है जहाँ आपको एकदम शांत माहौल मिलेगा। वैसे तो यह उपासना स्थल है पर यहाँ किसी भी भगवान की मूर्ती नहीं है क्योंकि माना जाता है कि उपासना करने के लिए किसी भगवान के नाम की ज़रुरत नहीं है। यहाँ हर धर्म के लोगों का स्वागत किया जाता है और यहाँ कुछ धार्मिक ग्रंथों को पढ़ा जाता है। कमल का फूल शांति व पवित्रता का प्रतीक है इसी को दिमाग में रखते हुए इस स्थान का निर्माण किया गया है।

कमल मंदिर

भारत के सबसे बड़े मस्जि़दों में से एक यह पुरानी दिल्ली में स्थित है। इंडो-इस्लामिक व मुगल वास्तुकला से बना यह मस्जिद शाहजहाँ का सबसे प्राचीन इमारत है। यहाँ एक समय पर 25000 श्रद्धालु अपनी आस्था को रास्ता देते है। ईद पर लोगों की यहाँ भारी भीड़ उमड़ती है l

जामा मस्जिद