गरुड़ पुराण: मोक्ष प्राप्ति के लिए अंतिम समय में क्या करें
धरती पर जिसने भी जन्म लिया है उसकी मृत्यु निश्चित है क्यू की यही अटल सत्य है
गरुड़ पुराण श्राद्ध के माध्यम से भगवद भक्ति को महत्वपूर्ण मानता है। व्यक्ति को अंतिम समय में भगवद भक्ति में रमण करने का सुझाव दिया जाता है।
सत्संग का महत्व गरुड़ पुराण में उजागर है, जो आत्मा को दिव्य ज्ञान की प्राप्ति में सहायक होता है। अंतिम समय में सत्संग करना मोक्ष की प्राप्ति में मदद करता है।
गरुड़ पुराण के अनुसार, व्यक्ति को अपने जीवन को धर्मपरायण बनाए रखना चाहिए। यह अंतिम समय में मोक्ष की प्राप्ति को सुनिश्चित करने का माध्यम हो सकता है।
गरुड़ पुराण के अनुसार पितृ देवों के प्रति श्रद्धाभावना रखना महत्वपूर्ण है। श्राद्ध कर्मों का समर्पण करके व्यक्ति अपने पूर्वजों की आत्मा को मोक्ष की प्राप्ति में सहायक हो सकता है।
अंतिम समय में वैराग्य और त्याग की भावना बढ़ाना मोक्ष की प्राप्ति की दिशा में सहायक हो सकता है। व्यक्ति को आसक्तिरहित और धार्मिक जीवन जीने की शिक्षा दी जाती है।
गरुड़ पुराण के अनुसार, मृत्यु के समय व्यक्ति को भगवान की स्मृति में रहना चाहिए। मृत्यु के समय भगवान की उपासना और प्रार्थना मोक्ष की प्राप्ति की दिशा में मदद कर सकती है।
अंतिम समय में व्यक्ति को अहिंसा और दया के सिद्धांतों का पालन करना चाहिए। इससे उसकी आत्मा में शांति हो सकती है और मोक्ष की प्राप्ति में सहायक हो सकती है।