ज़रूरत से ज़्यादा तनाव या एंग्ज़ायटी होने लगे तो इन उपायों से शरीर में इस खास हार्मोन को बढ़ाएं, और कुछ ही पलों में चेहरे पर खिल उठेगी मुस्कान।
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ऑक्सीटोसिन को 'लव हार्मोन' या 'हग हार्मोन' भी कहा जाता है। यह हार्मोन इंसान को खुश, शांत और मानसिक रूप से संतुलित बनाए रखता है। जब यह शरीर में बढ़ता है, तो तनाव और एंग्जायटी कम हो जाती है।
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अपने जीवनसाथी के साथ हग, किस या इमोशनल कनेक्शन से ऑक्सीटोसिन बढ़ता है। साथ मिलकर काम करना, बातचीत करना और 'आई लव यू' जैसे शब्द बोलना भी इसके स्तर को बढ़ाता है।
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जब कोई नई मां अपने बच्चे को स्तनपान कराती है, तब उसके शरीर में ऑक्सीटोसिन का स्तर बढ़ जाता है, जिससे वह खुद को ईमोशनल तरीके से मजबूत और बच्चे से ज्यादा जुड़ा महसूस करती है।
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पालतू जानवरों के साथ समय बिताने, उन्हें गोद में लेकर प्यार करने और खेलने से ऑक्सीटोसिन रिलीज होता है, जिससे मानसिक तनाव दूर होता है और मूड अच्छा रहता है।
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किसी की आंखों में आंखें डालकर बात करना, ध्यान से सुनना और समझदारी दिखाना न केवल रिश्ते मजबूत करता है, बल्कि इससे ऑक्सीटोसिन का स्राव भी होता है जिससे आप दोनों को अच्छा महसूस होता है।
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किसी को गले लगाना, हाथ थामना या हल्का सा स्पर्श भी एक बड़ा फर्क ला सकता है। यह छोटे-छोटे जेस्चर दिमाग में पाज़िटिव ईमोशन पैदा करते हैं और ऑक्सीटोसिन बढ़ाते हैं।
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शुक्रिया' कहना या किसी की तारीफ करना सिर्फ दूसरों को अच्छा महसूस नहीं कराता, बल्कि आपके खुद के भीतर भी पॉजिटिव हार्मोन का स्तर बढ़ाता है।
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दोस्तों और परिवार के साथ क्वालिटी टाइम बिताना, बातचीत करना और साथ हँसना ऑक्सीटोसिन को बढ़ाने में बेहद असरदार है। सोशल बॉन्डिंग मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाती है।
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