साल 1976 में पहली बार Dean R Campbell ने लेफ्ट हैंडर्स डे मनाया था. इसके बाद से दुनियाभर में इसे हर साल मनाया जाने लगा.
13 अगस्त 1992 को लेफ्ट हैंडर्स क्लब द्वारा पहली बार किसी कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसका एकमात्र मकसद लेफ्ट हैंडर्स को इसके फायदे और नुकसान के प्रति जागरूक करना था ताकी लोगों के दिमाग से इसे लेकर सारी नकारात्मकता खत्म हो सके और वे पॉजिटिव सोच रखते हुए हर काम को कर सकें.
गौरतलब है कि कई लोग लेफ्ट हैंडर्स को जहां भाग्यशाली मानते हैं तो वहीं कुछ लोग इसे परेशानी भी बताते हैं.
हालांकि, महात्मा गांधी, चार्ली चैपलिन, अल्बर्ट आइंस्टाइन, बराक ओबामा, रतन टाटा, बिल गेट्स, लक्ष्मी मित्तल, मदर टेरेसा, नरेन्द्र मोदी, रजनीकांत, अमिताभ बच्चन जैसी कई दिग्गज हस्तियों ने उदाहरण पेश कर साबित किया है कि राइट और लेफ्ट हैंड जैसा कुछ नहीं होता, यह एक नार्मल मानवीय हालत है.
बाएं हाथ से काम करने वाले लोग दाएं हाथ से काम करने वालों की तुलना में तेज टाइप करने वाले होते हैं. राइट हैंडर्स लगभग 300 शब्द, वहीं लेफ्टी मुख्य रूप से QWERTY कीबोर्ड पर 3,000 शब्द टाइप कर सकते हैं.