करवा चौथ का व्रत नजदीक है। व्रत के दौरान कुछ ऐसी चीजें हैं, जिनके बिना 16 शृंगार अधूरा माना जाता है। आइए हैं इनके बारे में।

बिंदी और सिंदूर सुहागिनों के लिए सबसे खास होता है। माथे पर बिंदी भाग्योदय का प्रतीक और सिंदूर सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है।

पैरों में पायल और बिछिया व्रत के दौरान बहुत जरूरी होता है। पायल और बिछिया दोनों ही चांदी के शुभ माने जाते हैं।

मंगलसूत्र मंगल का आशीर्वाद देता है और नथ ग्रहों के दोष को समाप्त करता  है। दोनों ही गहने का करवा चौथ के व्रत में खास महत्व होता है।

बाजूबंद और कमरबंद दोनों की आभूषणों का 16 शृंगार में खास महत्व होता है।  हाथों में बाजूबंद और कमर में कमरबंद आपकी सुंदरता को बढ़ाता है।

करवा चौथ के व्रत पर कपड़ों का भी महत्व होता है। लाल रंग सुहागिनों के लिए बेस्ट माना जाता है। गजरा और माँगटीका भी जरूरी होता है।

16 शृंगार में चूड़ी और मेहंदी का बहुत महत्वपूर्ण किरदार होता है। दोनों ही चीजों को सुहाग का प्रतीक माना जाता है।

पोशाक और काजल भी 16 शृंगार में बहुत जरूरी होता है। लेकिन हाथों में सगाई या शादी की अंगूठी बहुत खास मानी जाती है।