हिंदू धर्म में नारियल के फल को श्रीफल के नाम से जाना जाता है और लगभग हर पूजा-पाठ और अनुष्ठान में नारियल का इस्तेमाल किया जाता है.
नारियल के फल के अलावा नारियल के पेड़ का भी हिंदू धर्म में बहुत महत्व है. ऐसा माना जाता है कि नारियल के पेड़ में स्वयं माता लक्ष्मी वास करती हैं.
वास्तु शास्त्र में ऐसा बताया गया है कि यदि किसी व्यक्ति को नौकरी या व्यापार में तरक्की नहीं मिल रही और उसे दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, तो ऐसे व्यक्ति को अपने घर के आंगन में नारियल का पेड़ लगाना चाहिए.
वास्तु के अनुसार नारियल का पेड़ लगाने से आर्थिक परेशानियों से छुटकारा मिलता है. साथ ही घर में हो रहे झगड़ों से भी मुक्ति प्राप्त होती है. इसके अलावा सुख-समृद्धि आती है.
नारियल के पेड़ लगाते समय एक बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि यह पेड़ घर के दक्षिण या पश्चिम दिशा में ही लगाया जाए.
धार्मिक महत्व के साथ-साथ नारियल का पेड़ और उसका फल स्वास्थ्य के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण है.
शरीर को डिहाइड्रेट होने से बचाने के लिए नारियल का पानी सबसे बेहतरीन होता है. इसके अलावा नारियल का पानी पीने से हमारे पेट के साथ-साथ सिर भी ठंडा रहता है, नारियल में भरपूर मात्रा में प्रोटीन, विटामिन, मिनरल्स, पोटेशियम, फाइबर और कैल्शियम पाए जाते हैं.