भारत में डायबिटीज (शुगर) एक गंभीर बीमारी है। इसमें शरीर इंसुलिन नाम के हॉर्मोन को बनाने और उसे इस्तेमाल करने की शक्ति खो देता है। इस बीमारी का प्रभाव आंख, किडनी और दिल पर भी दिखने लगता है। तो आइए जानते हैं इसकी रोकथाम के कुछ घरेलू उपाय...
जामुन की पत्तियां, बीज और छाल डायबिटीज के मरीजों के लिए वरदान मानी जाती हैं। इसके बीजों को धूप में सुखाकर इसे बारीक पीस लें। फिर इसे सुबह खाली पेट गुनगुने पानी के साथ लेने से डायबिटीज में काफी आराम मिलता है।
मेथी एक ऐसी औषधि है जो लगभग हर रसोई में उपलब्ध रहती है। ये ग्लूकोज के लेवल को कम करने में काफी सहायक होती है। इसके लिए दो चम्मच मेथी के दाने रात में भिगोकर रख दें और सुबह खाली पेट उस पानी को बीज के साथ पी लें।
एलोवेरा डायबिटीज मरीजों के लिए बेहद लाभदायक माना जाता है। इसमें मौजूद विटामिन सी और कई अन्य नेचुरल लैक्सेटिव स्वास्थ्य के लिए काफी अच्छे माने जाते हैं। एलोवेरा का जूस डायबिटीज, मसूड़ों में परेशानी, अल्सर और कब्ज में फायदा करता है।
फाइबर से भरपूर अलसी के बीज फैट और शुगर को कम करने में सहायक होते हैं। अलसी के बीज में मछली में पाया जाने वाला ओमेगा-3 फैटी एसिड मौजूद होता है, जिस कारण इसे शाकाहारी लोग भी खा सकते हैं।
डायबिटीज मरीजों के लिए करेला काफी फायदेमंद माना जाता है। इसमें मौजूद तत्व रक्त में ब्लड लेवल को कम करने की क्षमता रखते हैं। साथ ही ग्लूकोज मेटाबोलिज्म को कम करता है। इसलिए डायबिटीज के मरीजों को सुबह एक गिलास करेले का जूस पीना चाहिए।
ग्रीन टी में मौजूद पॉलीफिनॉल से ब्लड शुगर को मुक्त करने में सहायता मिलती है, साथ ही शरीर इन्सुलिन का सही इस्तेमाल कर पाता है। सुबह और शाम ग्रीन टी पीने से वजन घटना, पेट की बीमारियां, उल्टी, दस्त में काफी फायदा मिलता है।