श्रीलंका के आय का मुख्य स्रोत टूरिज्म है, लेकिन कोरोना के कारण देश को काफी नुकसान हुआ और नतीजा यह हुआ कि देश में महंगाई बढ़ गई।

तेल, गैस, राशन और सारी चीजों के दाम आसमान छूने लगे। पूरे देश में भूखमरी के बादल मंडरा रहे हैं।

इस खूबसूरत और खुशहाल देश में अब दवाई, खाने और न्यूजप्रिंट की कमी पड़ चुकी है और अब सरकार ने सोशल मीडिया पर भी बैन लगा दिया है।

इस स्थिति ने जनता को सड़कों पर विरोध करने पर मजबूर कर दिया, जिसके बाद सरकार ने देश में एमरजेंसी लागू कर दी।

हालांकि इस स्थिति में भारत ने अपने पड़ोसी देश श्रीलंका का साथ नही छोड़ा और पूरी मदद पहुंचा रहा है।

ईंधन की कमी को पूरा करने के लिए अब तक भारत आईलैंड को सिर्फ 50 दिनों में 200,000 MT ईंधन भेज चुका है।

भारत ने श्रीलंका को भोजन, दवाएं और आवश्यक वस्तुओं की खरीद में मदद करने के लिए $ 1 बिलियन की लाइन ऑफ क्रेडिट (एलओसी) का विस्तार किया है।

भारत ने 12 अरब डॉलर के बजट से श्रीलंका में तीन पवन ऊर्जा फार्मों (Wind Energy Pharm) के विकास की भी घोषणा की है।

इससे पहले भी 3 फरवरी 2022 को भारत ने पेट्रोलियम उत्पादों को खरीदने में श्रीलंका की मदद करने के लिए $500 मिलियन मूल्य की एक और LOC का विस्तार किया था।

इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) ने श्रीलंका मे बिजली की कमी खत्म करने के लिए 6,000 मीट्रिक टन डीजल देने का फैसला किया है।