हम लोग अपने बोलचाल में दिन में ना जाने कितनी ही बार ओके (OK) शब्द का इस्तेमाल करते हैं. इस शब्द की कहानी भी जितनी दिलचस्प है उतनी ही विचित्र भी.
हकीकत ये है कि अब दुनिया की हर भाषा में धडल्ले से ओके शब्द का बोलचाल में इस्तेमाल होता है.
इस शब्द की शुरुआत के बारे में आम ख़्याल ये है कि अमेरिकी राष्ट्रपति एंड्रयू जैक्सन ने All Correct के स्थान पर उसके संक्षिप्त रूप oll correct के ग़लत हिज्जे अथवा ओके का चलन किया.
हालांकि भारत और पाकिस्तान में माना जाता है कि ओके का चलन जार्ज वाशिंगटन या अब्राहम लिंकन की देन है. हालांकि कुछ लोग किसी भी अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा इस शब्द की शुरुआत की बात को गलत मानते हैं.
इससे ज़रा अच्छी और विश्वसनीय कहानी राष्ट्रपति पद के एक उम्मीदवार के बारे में है जिसका चुनाव अभियान सन 1800 ई. के क़रीब शुरू हुआ था.
उम्मीदवार का पुश्तैनी गांव न्युयार्क राज्य में था और उसका नाम था Old Kinderhook. इसलिए उसके समर्थकों ने उसी नाम के शुरू के अक्षरों को लेकर एक OK ग्रुप बना लिया. इस शब्द को खूब प्रचार दिया.