मनोवैज्ञान फैक्ट्स : एक औसत व्यक्ति का दिमाग 30% बार भटकता है।

मनोविज्ञान के अनुसार सभी भावनात्मक दर्द लगभग 12 मिनट तक रहते हैं, उससे ज्यादा देर तक दर्द को हम स्वयं ही सोच-सोचकर बढ़ाते हैं।

अपने मनपसंद संगीत को सुनने से तनाव और डिप्रेशन में राहत मिलती है।

जो लोग मूर्खतापूर्ण सवालों या स्थितियों पर तेजी से प्रतिक्रिया करते हैं, वे स्वभाव से अधिक बुद्धिमान होते हैं।

हमारा दिमाग जितना दिन में चलता है, उससे रात में भी उतना ही चलता है। इसके अलावा, शरीर में सबसे ज्यादा ऊर्जा की खपत भी उसी समय होती है।

मनोविज्ञान कहता है कि जो लोग खुद से बात करते हैं, वे स्वभाव से काफी बुद्धिमान और प्रभावशाली होते हैं।

तेज बुद्धि और उच्च बुद्धि स्तर वाले लोगों की रात में देर से सोने की संभावना अधिक होती है।

मानव व्यवहार पर एक रिसर्च से पता चला है कि आलस्य किशोरावस्था का एक सामान्य हिस्सा है, जो बच्चे के बुरे व्यवहार को नहीं दिखाता।

मनोविज्ञान थ्योरी के अनुसार कहा गया है कि बहुत सारे ऐसे लोग हैं जो इसलिए ज्यादा खुश नहीं हो पाते क्योंकि वे डरते हैं कि अगले पल उनके साथ कुछ बहुत बुरा हो ना जाए।