रजनीकांत का बस कंडक्टर से लेकर साउथ का सुपरस्टार बनने तक का सफर

12 दिसंबर 1950 को बंगलुरू में जन्में रजनीकांत का मूल नाम शिवाजी राव गायकवाड़ है।

रजनीकांत ने बस कंडक्टर से लेकर साउथ फिल्मों के भगवान बनने तक का सफर तय किया है।

रजनीकांत बंगलुरू परिवहन सेवा की बस में कंडक्टर की नौकरी करते थे।

रजनीकांत बस में सिगरेट उछाल कर पीना, गॉगल के साथ खेलना करते रहते थे।

रजनीकांत को बचपन से ही एक्टिंग का शौक था।

एक नाटक मंचन के दौरान फिल्म निर्देशक के. बालाचंदर की मुलाकात रजनीकांत से हुई।

इसके बाद रजनीकांत ने 1975 में उनकी तमिल फिल्म 'अपूर्वा रागंगाल' से एक्टिंग डेब्यू किया।

रजनीकांत ने अपने करियर की शुरुआत में तमिल फिल्मों में खलनायक भी भूमिका निभाई।

रजनीकांत ने तेलुगु फिल्म 'भैरव' में पहली बार मु्ख्य अभिनेता की भूमिका निभाई थी।

कुछ सालों में ही रजनीकांत तमिल सिनेमा के महान सितारे बन गए।