भारत में एक ऐसा रहस्यमयी मंदिर है जहां पर आज भी भगवान श्रीकृष्ण का दिल धड़कता है

भगवान श्री कृष्ण विष्णुजी  के आठवें अवतार कहें जाते हैं 

महाभारत युद्ध के 36 साल बाद श्रीकृष्ण ने अपना देह त्याग दिया था I

जब पांडवों ने उनका अंत‍िम संस्‍कार क‍िया तो श्रीकृष्‍ण का पूरा शरीर तो अग्नि को समर्पित हो गया लेक‍िन उनका हृदय धड़क ही रहा था

पांडवों ने उनके हृदय को समुद्र जल में प्रवाहित कर दिया और वह पवित्र हृदय जल में बहते हुए पुरी के तट पर पहुंच गया और  एक लट्ठ का स्वरूप ले लिया

तब श्री कृष्ण ने वहां के राजा इंद्रद्युम्न को सपने में दर्शन दिए और कहा की लठ्ठे के रूप में स्थित उनके हृदय को वह अपने साथ ले आये 

इसी लठ्ठे से ही विश्वकर्मा जी ने भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा जी की मूर्ति का निर्माण किया 

भगवान श्री जगन्नाथ की मूर्ति नीम की लकड़ी से बनाई जाती है और हर 15 से  20 साल के बाद मूर्ति को बदल दिया जाता है

ऐसा कहा जाता हैं इस मूर्ति के नीचे भगवान श्री कृष्ण का हृदय आज भी धड़क रहा हैं 

जानिए ! प्रसिद्ध जगन्नाथ पुरीं मंदिर के रहस्यमयी  चमत्कार, विज्ञानं के पास भी नहीं जिसके जवाब