वो देश जहां कुत्तों की बेहतरीन देखभाल होती है न कोई आवारा कुत्ता और सैफ्टी के लिए खास डॉग पुलिस फोर्स भी है
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नीदरलैंड वह देश है जहां कोई भी आवारा कुत्ता सड़क पर नहीं मिलता. यहां कुत्तों की देखभाल के लिए सख्त कानून और मजबूत प्रबंधन व्यवस्था है, जो उन्हें सुरक्षित और स्वस्थ रखती है.
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इस देश में किसी भी कुत्ते को मारना कानूनी रूप से गंभीर अपराध है. कानून के तहत कुत्तों को नुकसान पहुंचाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाती है.
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नीदरलैंड में "डॉग पुलिस फोर्स" नाम की खास यूनिट है, जो जानवरों के खिलाफ अपराधों की जांच करती है, कुत्तों की सुरक्षा सुनिश्चित करती है और संकट में फंसे जानवरों को बचाती है.
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यहां जन्म के 7 सप्ताह के अंदर हर कुत्ते में माइक्रोचिप लगाना और 8 सप्ताह में राष्ट्रीय डेटाबेस में पंजीकरण कराना जरूरी है, जिससे खोए या चोरी हुए कुत्तों को आसानी से उनके मालिक से मिलाया जा सके.
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अगर किसी एरिया में स्ट्रीट डॉग्स मिलते हैं तो सरकार उन्हें पकड़कर नसबंदी, वैक्सीनेशन कराती है और फिर शेल्टर सेंटर में रखती है, जहां उनकी पूरी देखभाल होती है.
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नीदरलैंड में नए कुत्ते खरीदने पर भारी टैक्स लगाया जाता है, ताकि लोग पालतू जानवर गोद लेने की तरफ ज्यादा ध्यान दें और शेल्टर सेंटर में मौजूद कुत्तों को घर मिल सके.
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यहां कुत्तों के लिए 24 घंटे अवैलबल वेटनरी क्लीनिक, अस्पताल और इमरजेंसी सेवाएं मौजूद हैं, जो बीमार या घायल कुत्तों की तुरंत देखभाल करती हैं.
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नीदरलैंड की कुत्ता देखभाल व्यवस्था साइअन्टिफिक तरीकों, कानूनी सुरक्षा और humanitarian perspective पर आधारित है, जिसका उद्देश्य है—कुत्तों की आबादी को कंट्रोल रखना, उनकी सेहत का ध्यान रखना और जानवरों के प्रति सेन्सिटिव समाज बनाना.
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