बच्चों की मानसिक समर्थता का विकास एक महत्वपूर्ण मुद्दा है। यहाँ कुछ मनोवैज्ञानिक तथ्यों की चर्चा की जाती है

शिक्षा बच्चों के मानसिक समर्थता के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। उनके शैक्षिक अनुभव, शैक्षणिक योजनाओं, और प्रेरणादायक वातावरण के माध्यम से उनकी मानसिक क्षमता में सुधार होता है।

बच्चों के सामाजिक और इंटरपर्सनल संबंध उनके मानसिक समर्थता के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। उनके साथी, परिवार, और समाज के संबंधों में सहयोग और संवाद उन्हें मानसिक रूप से मजबूत बनाते हैं।

बच्चों की स्वयं संयम की क्षमता और आत्म-प्रतिष्ठा उनके मानसिक समर्थता के विकास में महत्वपूर्ण होती है। इसमें संवेदनशीलता, संवाद, और स्वाधीनता की क्षमता शामिल होती है।

बच्चों को विभिन्न सामाजिक, शैक्षिक, और पारिवारिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है, जो उनकी मानसिक समर्थता को निर्माण करते हैं। उन्हें इन समस्याओं का संघर्ष करने और समाधान ढूंढने की क्षमता सिखानी चाहिए।

बच्चों की मानसिक समर्थता का विकास उनकी संजीवनी योग्यता और अवधारणा क्षमता को सुधारता है। यह उन्हें समस्याओं का सामना करने और उन्हें हल करने की क्षमता प्रदान करता है।

बच्चों को संवेदनशीलता और सहानुभूति की क्षमता विकसित करनी चाहिए। यह उन्हें अपने आस-पास के लोगों के साथ संवाद करने में सहायक होती है और उनकी सामाजिक संबंधों को मजबूत करती है।

बच्चों को अपने भावनाओं और प्रभावों को संयंत्रित करने की क्षमता विकसित करनी चाहिए। यह उन्हें मानसिक दबाव को संभालने और स्थिर रहने में मदद करता है।

बच्चों को समस्याओं को सही समय पर पहचानने और समाधान करने की क्षमता विकसित करनी चाहिए। यह उन्हें स्वतंत्रता और आत्म-विश्वास प्रदान करता है।