मछुआरे की बेटी ने किया मप्र का नाम रोशन, कैनोइंग तैराकी में एशियन स्टार बनेगी खंडवा की कावेरी

खंडवा, सुशील विधानी| कहते हैं कि लहरों से डरकर नौका पार नहीं होती और कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती। पुनासा के पास बीड़ गांव के एक मछुआरे की बेटी कावेरी ढीमर ने कुछ ऐसा ही कर दिखाया है। कावेरी ने गांव के बैकवाटर से तैराकी सीखकर कैनोइंग (Canoeing) जो कि विदेशी खेल है। उसमें मध्यप्रदेश (Madhyapradesh) का प्रतिनिधित्व करते हुए परचम लहराया है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने वाली कावेरी मछली पकडऩे वाले एक गरीब पिता रणछोड़ ढीमर की बेटी है।

समाजसेवी व प्रवक्ता सुनील जैन ने बताया कि खंडवा जिला दादाजी धूनीवाले, किशोर कुमार और माखनलाल चतुर्वेदी के नाम से जाना जाता है लेकिन खंडवा जिले में कई ऐसी छुपी हुई प्रतिभाएं भी हैं जो जिले का नाम प्रदेश, देश ही नहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रोशन कर रही है। एक मछुआरे की बेटी कावेरी ढीमर ने पुनासा के पास बीड़ गांव के बेक वाटर से तैराकी सीख कर अपने हुनर का परिचय देते हुए कैनोइंग औ कयाकिंग जो कि विदेशी गेम है उसमें मप्र का परचम लहाराया है।


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न्यूज डेस्क, Mp Breaking News

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