भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में रोजगार (Employment) को लेकर शिवराज सरकार (Shivraj Government) लगातार प्रयास कर रही है। सरकार का लक्ष्य एक महीने में एक लाख लोगों को रोजगार देने का है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी कह चुके है कि मप्र मे रोजगार के अवसर बढ़ाए जाएंगे और रुके हुए विकास कार्यों में तेजी लाई जाएगी। इसी कड़ी में सूक्ष्म, लघु, मध्यम उद्यम मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा (Omprakash Sakhlecha) ने कहा है कि अगस्त में तीन हजार नई एमएसएमई यूनिट शुरू होंगी। हर दिन दो-तीन यूनिट शुरू करने वाला MP पहला राज्य होगा।
दरअसल, आज सूक्ष्म, लघु, मध्यम उद्यम मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा ने MSMEs & Startups फोरम द्वारा ‘‘आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश (Aatmanirbhar Madhya Pradesh) के लिए रोड मैप’’ विषय पर चर्चा करते हुए कहा कि कृषि के बाद MSME सेक्टर सबसे ज्यादा रोजगार देता है, इसलिए MSME को लेकर मध्यप्रदेश सरकार (Madhya Pradesh Government) की सोच वैश्विक है। हम केवल भारत के बाजार ही नहीं, वैश्विक बाजार के बारे में सोच रहे हैं। आगामी दिनों में मध्यप्रदेश में फर्नीचर, खिलौना और नमकीन सहित 11 कलस्टर आकार लेने जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि निर्माण की लागत कम होने से उद्यमी को अधिकतम लाभ होता है, इसलिए हम उन सभी पहलुओं पर विचार कर रहे हैं कि किस कलस्टर में आने वाली इकाईयों की लागत किस तरह कम की जाए। फर्नीचर कलस्टर से निकलने वाले लकड़ी के बुरादे के उपयोग के लिए वहाँ प्लायवुड इंडस्ट्री भी होगी। बड़े डिस्प्ले सेंटर से कलस्टर की शुरूआत करें। इन प्रयासों से लागत में कमी आएगी और हमारी इकाईयाँ वैश्विक बाजार में अपने कदम रख पाएंगी।
सखलेचा ने बताया कि अगस्त में मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में एक ही दिन में तीन हजार MSME इकाइयाँ शुरू करने जा रहे हैं। मध्यप्रदेश में प्रतिदिन दो से तीन इकाइयाँ को शुरू किया जा रहा है। ऐसा करने वाला मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) पहला राज्य है। उन्होंने कहा कि हमें आपदा को अवसर में बदलने का समय मिला है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) के मार्गदर्शन में इस दिशा में काम तेजी से चल रहा है।
कार्यक्रम में एमएसएमई एवं स्टार्टअप फोरम के मुख्य संरक्षक डॉ. विजय चौइथवाले ने कहा कि केन्द्र और मप्र की सरकार एमएसएमई सेक्टर के विकास के लिए अनेक कदम उठा रहीं हैं। फोरम के अध्यक्ष संजय शाह ने कहा कि फोरम का उद्देश्य उद्यमियों को मंच उपलब्ध कराना है। परिचर्चा में उद्यमियों ने राज्य की नीतियों और उद्योगों (Madhya Pradesh Policy and industries) की समस्याओं को लेकर अनेक प्रश्न किए। एमएसएमई विभाग के प्रमुख सचिव विवेक पोरवाल ने प्रश्नों के जवाब दिए है।