अगर आपको खांसी और श्वास फूलने की समस्या है तो पालक के रस में शहद और काली मिर्च पाउडर मिलाकर दिन में कई बार थोड़ा-थोड़ा पिएं।
पालक के सौ ग्राम रस में गाजर का सौ ग्राम रस मिलाकर पीने से शरीर में तेजी से खून की वृद्धि होती है। गर्भवती महिलाओं के लिए ये बेहद फायदेमंद है।
पालक के पत्तों को अजवायन के साथ पीसकर, पानी में घोलकर पीने से कुछ ही दिनों में पेट के कीड़े दूर होते हैं और मल के साथ निकल जाते हैं। ये समस्या बच्चों में अकेसर देकने को मिलती है।
शारीरिक रूप से दुर्बल व्यक्ति को पचीस ग्राम पालक के रस में पचीस ग्राम टमाटर का रस मिलाकर सेवन करने से वजन तेजी से बढ़ता है।
मूत्र संबंधी समस्याओं में पचास ग्राम पालक के रस में पचास ग्राम कुल्थी का रस मिलाकर, थोड़ा सा नींबू का रस डालकर, सुबह शाम सेवन करना चाहिए। ये उपाय गुर्दे की पथरी के रोगी को बहुत लाभकारी है, इससे पथरी गलने लगती है।
थायराइड की समस्या होने पर सौ ग्राम पालक के रस में शहद और थोड़ा-सा जीरे का चूर्ण मिलाकर सेवन करने से बहुत लाभ होता है।
पालक में आयरन और विटामिन ए पर्याप्त मात्रा में होता है। रतौंधी की समस्या होने पर सौ ग्राम गाजर के रस में पचास ग्राम पालक का रस मिलाकर सुबह-शाम पिलाने से बहुत लाभ होता है।
पालक के बीजों को मट्ठे के साथ पीसकर त्वचा पर लेप करने से दाद और खुजली की समस्या भी दूर होती है।