व्यक्ति जो करता है उसका जीवन पर शुभ और अशुभ दोनों तरह का प्रभाव पड़ता है। इसलिए हर काम समय पर करना शुभ होता है।
ऐसा कहा जाता है कि स्वास्थ्य को बनाए रखने और थकान को दूर करने के लिए व्यक्ति को पर्याप्त नींद की आवश्यकता होती है। लेकिन अगर यह गलत समय पर किया जाता है, तो यह व्यक्ति की प्रगति को प्रभावित करेगा।
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सूर्यास्त के समय किसी भी व्यक्ति को नहीं सोना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि अगर कोई व्यक्ति इस दौरान सोता है, तो देवताओं को गुस्सा आता है। यह उनके दुर्भाग्य का कारण बनता है।
ज्योतिष के अनुसार सूर्यास्त के समय देवता पृथ्वी पर विचरण करते हैं। ऐसे में व्यक्ति की नींद उस समय नकारात्मकता का कारण बनेगी। उसकी प्रगति में बाधाएं आने लगती हैं।
शास्त्रों में ब्रह्ममुहूर्त में उठना शुभ माना गया है। वहीं सूर्योदय के बाद ज्यादा देर तक सोने वालों पर लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं। इससे घर में सुख-समृद्धि का नाश होता है। इसका व्यक्ति के जीवन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
ब्रह्ममुहूर्त को सूर्योदय से पहले देवी-देवताओं का जमावड़ा माना जाता है। यह नींद से जागने का सबसे अच्छा समय माना जाता है। ऐसे में सूर्योदय के बाद उठने वालों पर देवता नाराज हो जाते हैं। व्यक्ति की यह आदत उसके पुण्य फलों को नष्ट कर देती है।