भिंड जिले के मेहगांव कस्बे में रहने वाला एक गल्ला व्यापारी किसानों के साथ करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी कर परिवार सहित फरार हो गया है, अपनी फसल की कीमत मिलने की आस लगाये बैठे किसानों ने जब व्यापारी के घर ताला लगा देखा तो उन्हें ठगी का अहसास हुआ और फिर उन्होंने पुलिस में शिकायत की , पुलिस ने व्यापारी के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कर ली है
मेहगांव में रहने वाला भगवती प्रसाद उर्फ़ दीपू शुक्ला गल्ला व्यापारी है और तेल मिल भी चलाता है, उसके बेटे रोहित, मोहित और अंशुल शुक्ला भी उसके कारोबार में हाथ बताते हैं, क्षेत्र के किसान अपनी उपज सरसों, गेहूं, धान आदि दीपू शुक्ला को बेचते हैं हर साल की तरह इस साल भी किसानों ने दीपू शुक्ला की फर्म को अपनी उपज बेची
दीपू शुक्ला और उसके बेटों ने मेहगांव और आसपास के गांवों के किसानों से बड़ी मात्रा में सरसों खरीदी, इसके अलावा धान, गेहूं की भी खरीद की और उन्हें अलग अलग तारीखों में पैसे देने का वादा किया , ज्यादातर किसानों को 9, 10 जून को पैसे देने के वादा किया गया।
किसानों को घर पर और तेल मिल पर मिला ताला
9 जून को जब किसान पैसे मांगने गए तो उन्हें 10 जून को आने के लिए कहा लेकिन किसानों को नहीं पता था दीपू शुक्ला का इरादा कुछ और था वो 10 जून मंगलवार की रात घर पर ताला डालकर परिवार सहित फरार हो गया, घर पर उसकी गाड़ियाँ भी नहीं दिखीं, तेल मिल में भी ताला लगा मिला।
20 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी का अनुमान
किसानों को समझ आ गया कि उनके साथ ठगी हुई है, जिन किसानों के पैसे लेकर दीपू शुक्ला फरार हुआ उसमें से किसी ने 1 लाख का, किसी ने 5 लाख का तो किसी ने 12 लाख का गल्ला दीपू शुक्ला को बेचा था, पीड़ित किसानों की संख्या बहुत है किसानों का अनुमान है कि दीपू शुक्ला 20 करोड़ रुपये से अधिक की रकम लेकर फरार हुआ है।
पुलिस ने व्यापारी और उसके बेटों के विरुद्ध दर्ज की एफआईआर
पीड़ित किसान मेहगांव थाने पहुंचे उन्होंने उनके साथ हुई धोखाधड़ी की कहानी पुलिस को बताई, थाना प्रभारी ने किसानों की बता सुनी और उनसे आवेदन लेकर दीपू शुक्ला और बेटे रोहित, मोहित और अंशुल शुक्ला के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कर ली है , टीआई का कहना है कि फरार व्यापारी की तलाश में पुलिस पार्टी रवाना की जा रहीं हैं।







