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Tue, Dec 9, 2025

बिहार कैबिनेट का ‘मास्टरस्ट्रोक’! सफाई कर्मियों के लिए ‘खुशखबरी’, आंगनबाड़ी योजना को भी मिली हरी झंडी

Written by:Deepak Kumar
बिहार कैबिनेट का ‘मास्टरस्ट्रोक’! सफाई कर्मियों के लिए ‘खुशखबरी’, आंगनबाड़ी योजना को भी मिली हरी झंडी

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई बिहार कैबिनेट की बैठक में कुल 41 एजेंडों को मंजूरी दी गई। इस बैठक में राज्य के विकास, आधारभूत संरचना, खेल, पर्यटन, शिक्षा और स्वास्थ्य से जुड़े कई बड़े फैसले लिए गए।

कैबिनेट ने पटना में नेहरू पथ पर राममनोहर लोहिया पथ चक्र निर्माण के लिए 675 करोड़ 50 लाख 70 हजार रुपये की स्वीकृति दी। वहीं, नालंदा के राजगीर में राज्य खेल अकादमी सह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम के तहत विद्युतीकरण कार्य के लिए 1,121 करोड़ 41 लाख 20 हजार 15 रुपये की मंजूरी दी गई।
इसके अलावा पटना एम्स-एनएच 98 से दीघा रेल सह सड़क पुल होते हुए अशोक राजपथ को जोड़ने के लिए 1,368 करोड़ 46 लाख रुपये स्वीकृत किए गए।

सफाई कर्मचारी आयोग का गठन

बैठक में बिहार राज्य सफाई कर्मचारी आयोग के गठन को मंजूरी दी गई। इस आयोग में कुल 5 सदस्य होंगे, जिनमें एक महिला या ट्रांसजेंडर सदस्य और चार अन्य पदेन सदस्य शामिल होंगे। यह आयोग सफाई कर्मचारियों के हित में काम करेगा।

आंगनबाड़ी और शिक्षा क्षेत्र में निवेश

आंगनबाड़ी एवं पोषण 2.0 योजना के तहत 1,15,009 आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए उपकरण, फर्नीचर और बर्तन सेट खरीदने के लिए 115 करोड़ 90 हजार रुपये की स्वीकृति दी गई। दरभंगा के हनुमाननगर में केंद्रीय विद्यालय निर्माण के लिए 5 एकड़ भूमि भारत सरकार को 30 साल की लीज पर मात्र 1 रुपये टोकन मूल्य पर दी गई।

पर्यटन और आधारभूत संरचना को बढ़ावा

पर्यटन विभाग ने सीतामढ़ी जिले के पुनौरा धाम मंदिर के पास पर्यटक विकास और आधारभूत संरचना निर्माण के लिए 50.50 एकड़ भूमि अधिग्रहित करने की संशोधित राशि 165 करोड़ 57 लाख 16 हजार 104 रुपये तय की। पटना मेट्रो को अग्निशमन विभाग से क्लियरेंस के लिए लाया गया।

निवेश और उद्योग को बढ़ावा

मैसर्स मिजुकी पावर प्रोडक्ट्स, पूर्णिया को निवेश प्रोत्साहन के तहत 36 करोड़ 1 लाख रुपये पूंजी निवेश की स्वीकृति दी गई। इससे स्थानीय स्तर पर रोजगार और औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।

7 डॉक्टर बर्खास्त

सेवा में लापरवाही, अनियमितता और लगातार अनुपस्थित रहने के आरोप में राज्य के विभिन्न जिलों के 7 डॉक्टरों को बर्खास्त कर दिया गया। इनमें बांका, कटिहार, जमुई, बेगूसराय, खगड़िया और शेखपुरा के डॉक्टर शामिल हैं।