भारतीय जनता पार्टी में लगातार संगठनात्मक बदलाव देखे जा रहे हैं। उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष पंकज चौधरी और राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नितिन नबीन की नियुक्ति के बाद अब पार्टी के एक और अहम नियुक्ति की है। सोमवार को पार्टी ने बिहार बीजेपी के नए अध्यक्ष (Bihar BJP New President) की घोषणा की है।
पार्टी ने पूर्व मंत्री और दरभंगा सदर से पांच बार के विधायक संजय सरावगी (Sanjay Saraogi) को बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष नियुक्त किया है। राष्ट्रीय महासचिव और मुख्यालय प्रभारी अरुण सिंह ने आदेश जारी कर दिया है। यह नियुक्ति तत्काल प्रभाव से लागू हो गई है। अब वे दिलीप जायसवाल की जगह लेंगे। सरावगी की नियुक्ति को आगामी राजनीतिक चुनौतियों और संगठन को और मजबूत करने की दिशा में एक रणनीतिक कदम के तौर पर देखा जा रहा है।
बता दें कि संजय सरावगी राज्य के अनुभवी और सक्रिय नेता है। संजय सरावगी ने 2025 पांच में पहला विधानसभा चुनाव दरभंगा सदर विधानसभा सीट से लड़ा था। इसके बाद से वह लगातार इस सीट से चुनते आ रहे हैं। वे वैश्य समुदाय से आते हैं जो BJP का कोर वोटर है।
कौन हैं संजय सरावगी?
संजय सरावगी बिहार के दरभंगा जिले से भाजपा के वरिष्ठ नेता हैं। उनके पिता का परमेश्वर लाल हैं। संजय सरावगी की पत्नी शोभा सरावगी गृहणी हैं। संजय सरावगी विधानसभा में राजद विधायक भाई वीरेंद्र के साथ हुई बकझक कर बाद से भाजपा के फायर ब्रांड विधायक के रूप में उभरे थे।
पार्टी ने अन्य राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों में भी स्टार प्रचारक के रूप में जिम्मेदारी दी थी। महाराष्ट्र और दिल्ली विधानसभा के चुनाव में इन्होंने प्रचार किया वहां का परिणाम भी भाजपा के पक्ष में आया था। इसके अलावा दरभंगा में एम्स के शिलान्यास और अभी भागलपुर में प्रधानमंत्री के दौरे में तैयारी में भी संजय सरावगी को लगाया गया था। सरावगी वैश्य समाज से आते हैं और बीजेपी में कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों को निभा चुके हैं।
संजय सरावगी का राजनीतिक सफर
संजय सरावगी मिथिला क्षेत्र के एक दिग्गज नेता के रूप में जाने जाते हैं। उनका राजनीतिक सफर छात्र राजनीति से शुरू हुआ और आज वे पार्टी के शीर्ष नेतृत्व की भूमिका तक पहुंचे हैं। संजय की राजनीतिक शुरुआत अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से हुई थी। इसके बाद उन्होंने 2003 में नगर निगम में वार्ड नम्बर 6 से वार्ड पार्षद का चुनाव जीतकर पहली बार वार्ड पार्षद बने थे। सरावगी ने फरवरी 2005 में पहला विधानसभा चुनाव लड़ा और तब से लेकर अब वे लगातार विधायक चुनते आ रहे हैं।





