MP Breaking News
Tue, Dec 16, 2025

तेजस्वी बगल में बैठे थे और राहुल टाल गए CM फेस का सवाल! बीजेपी ने कांग्रेस नेता को बता दिया ‘अहंकारी’

Written by:Deepak Kumar
तेजस्वी बगल में बैठे थे और राहुल टाल गए CM फेस का सवाल! बीजेपी ने कांग्रेस नेता को बता दिया ‘अहंकारी’

अररिया में रविवार को हुए संवाददाता सम्मेलन के बाद बीजेपी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तीखा हमला बोला। बीजेपी का कहना है कि राहुल गांधी ने पत्रकारों के उस सवाल को टाल दिया, जिसमें पूछा गया था कि क्या महागठबंधन की ओर से तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित किया जाएगा। इस पर बीजेपी ने उन्हें ‘अहंकारी’ करार दिया और कहा कि कांग्रेस का बिहार में अस्तित्व राजद पर ही टिका है।


सवाल टालने पर बवाल

संवाददाता सम्मेलन के दौरान राहुल गांधी से पूछा गया कि महागठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री पद का चेहरा तेजस्वी यादव होंगे या नहीं? इस सवाल पर उन्होंने सीधे जवाब देने से बचते हुए कहा, “इंडिया गठबंधन के सभी सहयोगी दल बिना किसी तनाव के, आपसी सम्मान के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। हम चुनाव लड़ेंगे और अच्छे नतीजे लाएंगे।”
राहुल गांधी के इस जवाब को बीजेपी ने बड़ा मुद्दा बना लिया।


अमित मालवीय का तीखा हमला

भाजपा आईटी विभाग के प्रमुख अमित मालवीय ने ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए कहा कि कांग्रेस का बिहार में कोई मजबूत जनाधार नहीं है। उन्होंने लिखा, “अगर राजद कांग्रेस के साथ गठबंधन तोड़ दे तो कांग्रेस बिहार में सभी सीटों पर उम्मीदवार तक खड़े नहीं कर पाएगी।” मालवीय ने राहुल गांधी को ‘अहंकारी’ बताते हुए कहा कि तेजस्वी यादव के बगल में बैठे होने के बावजूद उन्होंने उन्हें मुख्यमंत्री उम्मीदवार मानने पर जवाब नहीं दिया।


तेजस्वी के समर्थन की अनदेखी?

बीजेपी ने यह भी कहा कि तेजस्वी यादव ने हाल ही में राहुल गांधी को प्रधानमंत्री बनाने की खुली वकालत की थी। इसके बावजूद कांग्रेस नेता ने उन्हें मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार मानने पर स्पष्ट जवाब नहीं दिया। भाजपा नेताओं का आरोप है कि तेजस्वी राहुल गांधी के पीछे ‘नौकर’ की तरह घूम रहे हैं और कांग्रेस उन्हें उचित सम्मान तक नहीं दे रही।


सत्ता के लिए गठबंधन का आरोप

बीजेपी ने कांग्रेस और राजद पर आरोप लगाया कि दोनों दल केवल सत्ता के लिए साथ आए हैं। भाजपा नेता ने कहा कि भ्रष्टाचार ही वह गोंद है जो इन दोनों को जोड़कर रखे हुए है। उनका दावा है कि बिहार की जनता सब कुछ समझ रही है और चुनाव में इसका जवाब देगी।