पूर्णिया में रविवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव की ‘वोट अधिकार यात्रा’ ने चुनावी माहौल को और गर्म कर दिया। दोनों नेता फिल्म ‘शोले’ के जय-वीरू अंदाज में बुलेट मोटरसाइकिल पर सवार होकर निकले। यात्रा में जनसैलाब उमड़ा और पप्पू यादव भी मंच साझा करते दिखे। हालांकि, मुख्यमंत्री पद के चेहरे को लेकर गठबंधन में तनाव साफ झलकने लगा।
शोले स्टाइल में राहुल-तेजस्वी की एंट्री
यात्रा के दौरान राहुल और तेजस्वी ने फिल्मी अंदाज में बुलेट बाइक पर बैठकर रोड शो किया। समर्थकों ने दोनों का जोरदार स्वागत किया। पप्पू यादव की मौजूदगी ने माहौल को और रोचक बना दिया। यह वही पप्पू यादव हैं जो कुछ दिन पहले पटना में राहुल की गाड़ी में बैठने से चूक गए थे।
सीएम पद को लेकर गठबंधन में असमंजस
प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब राहुल गांधी से पूछा गया कि बिहार में महागठबंधन का मुख्यमंत्री चेहरा कौन होगा, तो उन्होंने सीधा जवाब देने से परहेज किया। इसके उलट तेजस्वी यादव ने हाल ही में एक इंटरव्यू में कहा था, “चेहरा तो आप ही हैं ना, इसमें दूसरा कौन है?” यह बयानबाजी महागठबंधन के भीतर मतभेदों की ओर इशारा करती है।
बीजेपी का तंज, विपक्ष का बचाव
बीजेपी ने इस मौके पर राहुल गांधी को घेरते हुए कहा कि कांग्रेस अभी तक सीएम पद पर स्पष्ट रुख नहीं अपना पाई है। वहीं, महागठबंधन के नेता आपसी तालमेल और एकजुटता की बात कर रहे हैं। उनका दावा है कि चुनाव परिणाम आने के बाद नेतृत्व पर फैसला सभी दल मिलकर करेंगे।
पप्पू यादव की भूमिका पर भी चर्चा
यात्रा में पप्पू यादव की मौजूदगी ने नए समीकरणों को जन्म दिया है। वह पहले राहुल गांधी की गाड़ी में जगह न मिलने को लेकर नाराजगी जता चुके थे। अब मंच पर शामिल होना उनके लिए राजनीतिक मजबूती का संकेत माना जा रहा है।





