बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस और महागठबंधन की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ सोमवार को रफीगंज पहुंच गई। इस यात्रा में राहुल गांधी और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव सबसे आगे हैं। पूर्णिया से सांसद पप्पू यादव सैकड़ों गाड़ियों के काफिले के साथ इस यात्रा में शामिल हैं। पप्पू यादव ने कहा कि जनता में वोटर लिस्ट पुनरीक्षण (SIR) को लेकर भारी आक्रोश है और जनसैलाब उमड़ पड़ा है। यह यात्रा बिहार के मतदाताओं को जागरूक करने और उनकी आवाज़ को सामने लाने के उद्देश्य से निकाली जा रही है।
पप्पू यादव का आरोप: फर्जीवाड़ा और पोल खोलना
पप्पू यादव ने कहा, “राहुल गांधी को अपार समर्थन मिल रहा है और महागठबंधन एकजुट है। बिहार चुनाव जीतने के लिए लाखों मतदाताओं का नाम बीजेपी ने मतदाता सूची से कटवा दिया। हम लोग चुनाव आयोग और बीजेपी की पोल खोल रहे हैं। यह सब चुनावी फायदा उठाने के लिए नहीं किया जा रहा।” उन्होंने यह भी कहा कि पिछले पांच साल से जनता राहुल गांधी के साथ है और SIR के नाम पर बहुत बड़ा फर्जीवाड़ा हुआ है। उनका आरोप है कि मुख्य चुनाव आयुक्त भी इन आरोपों को खारिज कर रहे हैं क्योंकि वे बीजेपी के प्रवक्ता हैं।
विपक्षी नेताओं की प्रतिक्रिया और आलोचना
पप्पू यादव ने इस अवसर पर उपराष्ट्रपति चुनाव और एनडीए उम्मीदवार सीपी राधाकृष्णन पर भी टिप्पणी की। उनका कहना था कि सीपी राधाकृष्णन RSS के आदमी हैं। उन्होंने पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनकड़ के बारे में भी सवाल उठाए और कहा कि उन्हें हाउस अरेस्ट कर दिया गया है। विपक्ष का यह प्रयास जनता में यह संदेश पहुंचाने का है कि उनके वोट का अधिकार सुरक्षित रहना चाहिए और किसी भी तरह की कटौती या फर्जीवाड़ा लोकतंत्र के लिए खतरा है।
यात्रा की लंबाई और मार्ग
राहुल गांधी और तेजस्वी यादव की यह यात्रा बिहार के 23 जिलों को कवर करेगी और कुल लंबाई 1300 किलोमीटर है। यात्रा की शुरुआत रविवार को शेरशाह सूरी की स्थली सासाराम से हुई थी। सोमवार को यात्रा का दूसरा दिन था, जो औरंगाबाद से शुरू होकर गया तक जाएगी। इस यात्रा में महागठबंधन के अन्य नेता, जैसे सीपीआई, मुकेश सहनी की पार्टी और सांसद पप्पू यादव भी शामिल हैं। यात्रा का मुख्य उद्देश्य जनता में जागरूकता फैलाना और वोटर सूची में कटौती और फर्जीवाड़े के आरोपों को उजागर करना है।





