कांग्रेस सांसद राहुल गांधी बिहार में वोटर अधिकार यात्रा के तहत लोगों से सीधे जुड़े और उन्हें एक महत्वपूर्ण संदेश दिया। उन्होंने कहा कि आजादी से पहले दलितों की हालत बेहद खराब थी, उन्हें अछूत कहा जाता था, लोग उनसे डरते थे और मारपीट भी होती थी। राहुल गांधी ने बताया कि दलितों और पिछड़े वर्ग के लोगों को मिले अधिकार संविधान की वजह से मिले हैं, जिसे डॉ. भीमराव अंबेडकर ने तैयार किया। उन्होंने इसे केवल एक किताब नहीं बल्कि हिंदुस्तान की पवित्र किताब बताते हुए कहा कि यह हमारी सोच और विचारधारा की आधारशिला है।
वोटर अधिकार यात्रा का मकसद
राहुल गांधी ने बीजेपी पर बिहार में वोट चोरी करने का आरोप लगाते हुए कहा कि इसी वजह से उन्होंने वोटर अधिकार यात्रा शुरू की है। उनका कहना था कि इस यात्रा का उद्देश्य यह दिखाना है कि बिहार की जनता जागरूक और सतर्क है। उन्होंने कहा कि बिहार में बीजेपी और चुनाव आयोग को किसी भी वोट को छीनने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
गरीबों और पिछड़े वर्ग के लिए चेतावनी
राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी के लोग गरीबों और पिछड़े वर्ग के वोट छीनने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि 65 लाख वोट कटे हैं, जिसमें मुख्य रूप से ईबीसी, दलित, अल्पसंख्यक, पिछड़े वर्ग, गरीब और किसान शामिल हैं। राहुल गांधी ने यह भी कहा कि अमीर लोगों के वोट इसमें शामिल नहीं हैं, क्योंकि यह गरीबों की आवाज दबाने की कोशिश है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि जनता की आवाज को कभी दबाया नहीं जा सकता और वे हमेशा लोगों के साथ हैं।
जानकी मंदिर में पूजा-अर्चना
बिहार में वोटर अधिकार यात्रा के दौरान गुरुवार को राहुल गांधी समेत कई विपक्षी नेता जानकी मंदिर पहुंचे और वहां पूजा-अर्चना की। उन्होंने जनता से मिलकर उनके अधिकारों और संवैधानिक सुरक्षा के बारे में बात की।
यात्रा जारी
राहुल गांधी ने जनता को यह विश्वास दिलाया कि वोटर अधिकार यात्रा जारी रहेगी और इसका मकसद बिहार की जनता को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करना और किसी भी तरह की वोट चोरी को रोकना है। यात्रा के माध्यम से विपक्षी नेताओं ने यह संदेश दिया कि जनता की आवाज दबाई नहीं जा सकती और वे अपने अधिकारों के लिए सतर्क हैं।





