बिहार में वोटर अधिकार यात्रा के 11वें दिन बुधवार को विपक्षी एकजुटता का बड़ा प्रदर्शन हुआ। मुजफ्फरपुर में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन कांग्रेस सांसद राहुल गांधी, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव और प्रियंका गांधी के साथ रथ पर नजर आए। स्टालिन के आगमन पर यात्रा में शामिल लोगों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया।
स्टालिन ने की लालू यादव की तारीफ
यात्रा के दौरान स्टालिन ने कहा, “हमारे नेता करुणानिधि और लालू यादव बहुत अच्छे दोस्त थे। लालू प्रसाद यादव देश के सबसे प्रमुख नेताओं में से एक हैं, क्योंकि वे भाजपा से कभी नहीं डरे। उनसे प्रेरणा लेते हुए उनके बेटे तेजस्वी यादव भी उनके नक्शेकदम पर चल रहे हैं।” स्टालिन ने विपक्षी दलों को एकजुट होकर लोकतंत्र और मताधिकार की रक्षा करने का आह्वान किया।
राहुल गांधी का वोट चोरी पर बड़ा आरोप
राहुल गांधी ने अपने संबोधन में कहा कि 2014 से पहले वोट चोरी का सिलसिला गुजरात से शुरू हुआ। उन्होंने कहा, “गुजरात मॉडल आर्थिक विकास का नहीं, बल्कि वोट चोरी का मॉडल है। इसे 2014 में राष्ट्रीय स्तर पर लागू किया गया।” राहुल ने दावा किया कि पहले उनके पास सबूत नहीं थे, लेकिन महाराष्ट्र में उन्हें प्रमाण मिला कि चुनाव आयोग ने लाखों-करोड़ों वोट जोड़कर बीजेपी के पक्ष में करवाए।
अमित शाह पर सीधा हमला
राहुल ने कहा, “लोकसभा में हमारा गठबंधन जीतता है, लेकिन चार महीने बाद विधानसभा चुनाव में हमारा अस्तित्व ही नहीं दिखता। जो वोट जोड़े जाते हैं, वे सीधे बीजेपी के खाते में जाते हैं। यही कारण है कि अमित शाह कहते हैं कि बीजेपी 40-50 साल तक राज करेगी। राजनीति में कल क्या होगा, किसी को नहीं पता, लेकिन अमित शाह को 40 साल की राजनीति कैसे मालूम? वोट चोरी करके।”
चुनावी माहौल में नई हलचल
मुजफ्फरपुर की सभा ने बिहार में राजनीतिक माहौल को और गरमा दिया है। विपक्षी दल इसे लोकतंत्र की रक्षा की लड़ाई बता रहे हैं, जबकि एनडीए इसे जनता को गुमराह करने की रणनीति मान रहा है।





