पटना में आरजेडी नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने एबीपी न्यूज़ से एक्सक्लूसिव बातचीत में वोटर लिस्ट से नाम कटने और कथित वोट चोरी पर बड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा कि अगर एक भी मतदाता का अधिकार छीना जा रहा है, तो यह लोकतंत्र के खिलाफ सबसे बड़ा अपराध है। तेजस्वी ने तीखे अंदाज में सवाल किया, “क्या फर्जी वोटर्स ने ही प्रधानमंत्री मोदी को तीन बार और नीतीश कुमार को 20 साल तक मुख्यमंत्री बनाया है?”
मतदाता का अस्तित्व छिनना सबसे बड़ा अपराध
तेजस्वी यादव ने कहा कि लोकतंत्र में जनता ही मालिक है। यदि उसी मालिक का नाम वोटर लिस्ट से हटा दिया जाता है या उसे मृत घोषित कर दिया जाता है जबकि वह जीवित है, तो इससे बड़ा अपराध कुछ नहीं हो सकता। उन्होंने सवाल उठाया कि जो लोग जीवित हैं, उन्हें मृत क्यों घोषित किया गया और उनके अधिकारों की रक्षा कौन करेगा?
पत्नी का नाम भी वोटर लिस्ट से कटा
तेजस्वी ने कहा कि उनकी पत्नी का नाम पहले दिल्ली में वोटर लिस्ट से काटा गया और फिर आधार कार्ड के जरिए बिहार में जोड़ा गया। लेकिन अब चुनाव आयोग कह रहा है कि आधार कार्ड को मान्यता नहीं दी जाएगी। उन्होंने आरोप लगाया कि यह प्रक्रिया गरीबों और आम लोगों के लिए बेहद मुश्किल है क्योंकि आयोग 11 तरह के दस्तावेज मांग रहा है, जो सबके पास नहीं हैं।
चुनाव आयोग पर नकारात्मक रवैये का आरोप
तेजस्वी यादव ने कहा कि उन्होंने चार प्रमुख मुद्दों पर चुनाव आयोग से शिकायत की थी, लेकिन आयोग ने सकारात्मक रुख नहीं दिखाया। उन्होंने कहा कि इतनी बड़ी कार्रवाई से पहले सभी राजनीतिक दलों को विश्वास में लेना चाहिए था। उन्होंने सवाल उठाया कि बिहार से बाहर रहने वाले लोगों का फिजिकल वेरिफिकेशन कैसे होगा और उनके आने-जाने की व्यवस्था कौन करेगा?





