बिहार के पूर्णिया से सांसद और जन अधिकार पार्टी के नेता पप्पू यादव ने आगामी बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि इस बार जीत किसी एक चेहरे या नेता के नाम पर नहीं, बल्कि राहुल गांधी की विचारधारा और इंडिया ब्लॉक की एकता पर मिलेगी। उन्होंने राहुल गांधी को संविधान, लोकतांत्रिक मूल्यों और सामाजिक न्याय के लिए सबसे मजबूत आवाज बताया।
राहुल गांधी की सोच को बताया जीत की कुंजी
आईएएनएस से बातचीत में पप्पू यादव ने कहा कि राहुल गांधी का विजन गरीबों की भलाई, युवाओं की तरक्की और आत्मनिर्भर बिहार की ओर इशारा करता है। उन्होंने यूपीएससी-बीपीएससी परीक्षाओं और छात्रों को लेकर राहुल की योजनाओं को सराहा। पप्पू यादव ने कहा कि यह लड़ाई चेहरे की नहीं है, बल्कि विचारों की है। गठबंधन में जो भी जीत दिलाएगा, वही सही मायने में नेता होगा। उन्होंने तेजस्वी यादव को सीएम फेस घोषित करने पर भी सवाल उठाया और कहा कि चुनाव के बाद तय हो मुख्यमंत्री कौन होगा।
जातिवाद और नफरत की राजनीति से दूरी
पप्पू यादव ने साफ कहा कि अब राजनीति को जातिवाद, सांप्रदायिकता और नफरत से बाहर आकर विकास की ओर जाना होगा। उन्होंने अंबेडकरवादी सोच, आर्थिक आजादी और रोजगार जैसे मुद्दों को प्राथमिकता देने की वकालत की। उनका कहना था कि 24 घंटे हिंदू-मुस्लिम की बातें करने से कुछ नहीं होगा, जनता को शिक्षा, स्वास्थ्य, विकास और अवसरों की ज़रूरत है।
नीतीश कुमार और सीट बंटवारे पर तीखा हमला
उन्होंने नीतीश कुमार की आलोचना करते हुए कहा कि बीजेपी ने उन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से कमजोर बना दिया है। नीतीश अब पहले जैसे नहीं रहे, उनकी विश्वसनीयता सवालों के घेरे में है। वहीं, महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर पप्पू यादव ने कहा कि इसे चुनाव से कम से कम पांच महीने पहले फाइनल करना चाहिए ताकि उम्मीदवारों को तैयारी का वक्त मिल सके। उन्होंने कहा कि गठबंधन तभी मजबूत होगा जब हर दल को बराबरी का सम्मान मिले, खासकर कांग्रेस जैसी बड़ी पार्टी को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।





