अहमदाबाद।
राज्यसभा चुनाव(rajyasabha election) से पहले राजनैतिक दलों के बीच उठापटक का दौर शुरु हो गया है। कांग्रेस-बीजेपी (congress-bjp) अपने विधायकों(mla) पर नजर जमाए हुए है। हाल ही दो विधायकों के इस्तीफे के बाद कांग्रेस अलर्ट हो गई है और अपने विधायकों को विभिन्न रिसॉर्ट में ठहरा दिया है। कांग्रेस को डर है कि कही चुनाव से पहले बीजेपी फिर तोड़फोड ना करे।
दरअसल, गुजरात(gujrat) में 4 सीटों पर 19 जून को राज्यसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में कांग्रेस कोई रिस्क नही लेना चाहती। चुंकी शुक्रवार को कांग्रेस के 3 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया था। इसीलिए कांग्रेस ने 65 विधायकों को राजस्थान के एक और गुजरात के दो रिजॉर्ट में ठहराया है। बताया जा रहा है कि ऐसा सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing) को ध्यान में रखते हुए किया गया है। इन्हें एकजुट रखने की जिम्मेदारी कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को दी गई है।मध्य गुजरात के कांग्रेस विधायकों को आणंद जिले में उमेटा गांव के एरिस रिजॉर्ट में ठहराया गया है। यहां 15 से ज्यादा विधायक हैं। इन्हें एकजुट रखने की जिम्मेदारी पार्टी के नेता भरत सिंह सोलंकी को दी गई है। 25 विधायक राजस्थान में आबू रोड स्थित वाइल्डविंड्स रिजॉर्ट पहुंचाए गए हैं। उत्तर जोन के इन विधायकों की जिम्मेदारी कांग्रेस नेता सिद्धार्थ पटेल को सौंपी गई है। करीब 25 विधायक राजकोट के नीलसिटी रिजॉर्ट में ठहराए गए हैं। इनमें ज्यादातर कच्छ-सौराष्ट्र क्षेत्र के हैं।
होटल मालिक पर एफआईआर दर्ज
राजकोट जिले में एक रिसॉर्ट के खिलाफ पुलिस ने लॉकडाउन मानदंडों के कथित उल्लंघन के आरोप में एफआइआर दर्ज की है। बताया जा रहा है कि लॉकडाउन में बंद हुआ नीलसिटी रिजॉर्ट खोलने के लिए प्रशासन से अनुमति नहीं ली गई थी। यह रिजॉर्ट कांग्रेस के पूर्व विधायक इंद्रनील राज्यगुरु का है। पुलिस ने नीलसिटी रिसॉर्ट के मालिक और मैनेजर के खिलाफ आइपीसी की धारा 188 के तहत प्राथमिकी दर्ज कर ली है। पुलिस ने उन पर लॉकडाउन की अधिसूचना का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है, जिसके तहत सोमवार से पहले होटल और रेस्टोरेंट खोलने की इजाजत नहीं है।
बता दे कि विधायको के इस्तीफे के बाद विधानसभा में कांग्रेस के सदस्यों की संख्या 65 रह गई। गुजरात विधानसभा में कुल सीटें 182 हैं, फिलहाल इनमें से 10 खाली हैं। यानी 19 जून को राज्यसभा चुनाव में 172 सदस्य वोट डालेंगे।