भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (MP) में भ्रष्टाचार अधिकारियों कर्मचारियों के खिलाफ शिवराज सरकार (Shivraj government) सख्त हो गई है। बीते दिनों मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj singh chouhan) ने प्रदेश के भ्रष्ट अधिकारी कर्मचारी को सख्त निर्देश दिए हैं। काम में लापरवाही और भ्रष्टाचार मामले में पकड़े जाने पर अधिकारी कर्मचारी को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। इसी बीच राजधानी भोपाल (Bhopal) में पदस्थ संविदा कर्मचारी के खिलाफ साइबर सेल भोपाल (Cyber cell, Bhopal) में धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है।
जानकारी के मुताबिक अलीराजपुर जिले की 3 नर्सों ने मंत्रालय में पदस्थ संविदा कर्मचारी राजेंद्र गिन्नारे (Rajendra ginnare) के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई थी। जिसमें ट्रांसफर पोस्टिंग के लिए उनसे 4 लाख रुपए लिए जाने का आरोप लगाया गया था।मामले में साइबर सेल निरीक्षक अशोक मरावी का कहना है अलीराजपुर में कार्यरत 35 वर्षीय विलोरिया भंवर सहित दो और नर्स अलीराजपुर जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में पद पर कार्यरत हैं।
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35 वर्षीय विलोरिया अपना ट्रांसफर इंदौर कराना चाहती थी। उनके साथ अलीराजपुर के अलग-अलग क्षेत्रों में पदस्थ दो और नर्सों ने अपना ट्रांसफर बालाघाट करवाने की बात कही। इस दौरान 35 वर्षीय नर्स आरोपी कर्मचारी राजेंद्र गिन्नारे के संपर्क में आई। अलीराजपुर में पदस्थ होने की वजह से जब उन्होंने अपने ट्रांसफर संबंधी बातें आरोपी गिन्नारे को बताई।
आरोपी ने विभागीय अधिकारियों के साथ नेताओं से संपर्क की बात कहकर उनके स्थानांतरण करवाने की बात कही। वहीं जून महीने में तीनों नर्सों के ट्रांसफर के लिए राजेंद्र गिन्नारे ने 4 लाख रुपए की मांग की। वही स्थानांतरण के लिए तीनों नर्सों ने 4 लाख रुपए संविदा कर्मचारी राजेंद्र गिननारे के खाते में ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिए।
वही स्थानांतरण ना होने पर नर्सों द्वारा पैसे मांगे गए लेकिन आरोपी ने पैसे नहीं लौटाए। जिसके बाद नर्स ने सितंबर 2021 में साइबर सेल में शिकायत की थी। वही साइबर सेल द्वारा धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया गया है। इस मामले में शासन निरीक्षक का कहना है कि आरोपी के खिलाफ केस तैयार किया जा रहा है। हालांकि आरोपी की गिरफ्तारी अभी नहीं हो पाई है।