भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। प्रदेश के पूर्व गृहमंत्री (former home minister) ED के निशाने पर आ गए हैं। पूर्व गृहमंत्री के सिविल लाइन स्थित घर पर छापामार कार्रवाई (raid) की है। इस कार्रवाई में 4 बड़े अधिकारी शामिल है। सुबह 8:00 बजे हुए कार्रवाई के दौरान आगामी संभावनाओं को देखते हुए कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। बता दे कि छापेमारी तब की जा रही है, जब पूर्व गृह मंत्री अपने घर से बाहर है।
दरअसल आज ED द्वारा महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख (anil deshmukh) के घर छापेमारी कार्रवाई की गई है। इस दौरान नागपुर (nagpur) के सिविल लाइन स्थित उनके घर पर ED ने छापा मारा है। अनिल देशमुख अभी अपने घर से बाहर है। जिसके बाद उनके घर पर यह कार्रवाई की गई है। इस दौरान उनके घर के बाहर CRPF पुलिस की कड़ी बंदोबस्त व्यवस्था की गई है।
इस दौरान पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख देशमुख पर ED ने शिकंजा कसा है। जैसे जांच में जो तथ्य सामने आए उसके मुताबिक 10 बार मालिकों ने 3 महीने में 4 करोड़ रूपए का भुगतान पूर्व गृह मंत्री देशमुख को किया था। इसके साथ ही ईडी के अधिकारियों ने मनी लांड्रिंग केस में चार स्थानों पर तलाशी भी ली। इस दौरान उन्होंने महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद किए हैं।
इसके अलावा मनी लांड्रिंग केस में 10 से अधिक बार मालिकों के बयान दर्ज किए गए हैं। ज्ञात हो कि इससे पहले CBI द्वारा इस मामले में देशमुख के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया था। जिसके बाद उनके चार परिसर पर छापामार कार्रवाई की गई थी।
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इस मामले पुलिस अधिकारी का कहना है कि 100 करोड़ वसूली प्रकरण के मामले में छापा मारा गया है। वहीं पिछले दो-तीन महीने में अनिल देशमुख ने कहां, कैसे निवेश किए हैं। इस मामले की जांच की जा रही है। अनिल देशमुख के घर पर कार्रवाई करने से पहले ED द्वारा UP ATS से केस से जुड़ी फाइल की डिटेल और डॉक्यूमेंट मांगे गए हैं। वही पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के घर यह महीने भर में दूसरे छापेमार कार्रवाई है। इससे पहले CBI द्वारा अनिल देशमुख के घर छापेमार कार्रवाई की गई थी। अनिल देशमुख के अलावा ED कैबिनेट मंत्री अनिल परब पर भी कार्रवाई कर सकती है।
मामला तब शुरू हुआ जब पूर्व पुलिस कमिश्नर परमवीर सिंह द्वारा मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को चिट्ठी लिखकर राज्य के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख पर आरोप लगाए गए थे भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए उन पर कई सनसनीखेज खुलासे किए गए थे जिसमें पुलिस कमिश्नर परमवीर सिंह ने कहा था पुलिस निरीक्षक, सहायक पुलिस निरीक्षक सहित पुलिस कर्मियों को 100 करोड़ रूपए वसूली का टारगेट दिया जाता था
बता दे कि महाराष्ट्र सरकार में पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख पर एक IAS ऑफिसर द्वारा 100 crores वसूली के इल्जाम लगाए गए थे। जिसके बाद से उन पर लगातार नजर रखी जा रही है। संजय रावत का कहना है, इससे यह साबित हो गया कि CBI और ED, केंद्र सरकार के दिशा-निर्देश पर काम कर रही है और राजनीति के तहत ईडी और सीबीआई का इस्तेमाल किया जा रहा है।