ग्वालियर।अतुल सक्सेना।
मध्यप्रदेश की राजनीति में हमेशा से ग्वालियर चंबल संभाग का प्रभावशाली इतिहास रहा है। अंचल की 34 सीटें प्रदेश की राजनीति की दिशा और दशा दोनों तय करती हैं। इस बार भी कुछ ऐसा ही हुआ। अब जब भाजपा सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार हुआ तो ज्योतिरादित्य सिंधिया के प्रभाववाले इस अंचल ने एक नया रिकॉर्ड बना दिया। प्रदेश के गठन के बाद ये पहला मौका है कि प्रदेश की सरकार में ग्वालियर चंबल अंचल से 12 मंत्री हैं।
लंबे अंतराल और तमाम गतिरोध के बाद आज गुरुवार को शिवराज मंत्रिमंडल का गठन हो गया। प्रदेश की प्रभारी राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने 28 मंत्रियों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। अब शिवराज मंत्रिमंडल में पिछले पांच मंत्री मिलाकर कुल संख्या 33 हो गई है। लेकिन सबसे खास बात ये है कि इसमें ग्वालियर चंबल संभाग ने नया रिकॉर्ड बना दिया।
प्रदेश के इतिहास में पहली बार ग्वालियर चंबल से 12 मंत्री
मध्यप्रदेश के गठन के बाद से ये पहला मौका है जब ग्वालियर चंबल संभाग को बहुत बड़ा प्रतिनिधित्व मिला है। अंचल के आठ जिलों में से केवल एक श्योपुर को छोड़कर शेष सभी सात जिलों को मंत्रिमंडल में जगह मिली है। अंचल से कुल 12 मंत्री वर्तमान मंत्रिमंडल में मौजूद हैं। इतना ही नहीं इस मंत्रिमंडल ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपनी ताकत का अहसास कराकर उन लोगों के मुँह पर भी तमाचा जड़ दिया जो भाजपा में सिंधिया को सम्मान नहीं मिलने की बात कर रहे थे। सिंधिया ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए पहली बार विधायक बने ओपीएस भदौरिया, गिर्राज दंडोतिया और सुरेश धाकड़ को भी मंत्री बनवा दिया।
अंचल से ये विधायक और पूर्व विधायक बने हैं मंत्री
मंत्रिमंडल में भिंड जिले से अरविंद सिंह भदौरिया, और ओपीएस भदौरिया, मुरैना जिले से गिर्राज दंडोतिया और एन्दल सिंह कंसाना, ग्वालियर जिले से प्रद्युम्न सिंह तोमर, इमरती देवी और भारत सिंह कुशवाह, शिवपुरी जिले से यशोधरा राजे सिंधिया और सुरेश धाकड़, गुना जिले से महेंद्र सिंह सिसोदिया, अशोकनगर जिले से ब्रजेंद्र यादव और दतिया जिले सर डॉ नरोत्तम मिश्रा मंत्रिमंडल में शामिल हैं।
12 में 4 भाजपा के विधायक शेष सिंधिया समर्थक पूर्व विधायक
ग्वालियर चंबल अंचल से जो विधायकों और पूर्व विधायक शिवराज कैबिनेट का हिस्सा बनाये गए हैं उनमें से डॉ नरोत्तम मिश्रा, यशोधरा राजे सिंधिया और भारत सिंह कुशवाह,अरविंद भदौरिया भाजपा विधायक हैं जबकि शेष 8 सिंधिया खेमे से मंत्री है ये वो पूर्व विधायक हैं जो कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आये थे इनकी विधानसभाओं में उपचुनाव होना है। और वही इनकी अग्नि परीक्षा होगी। बहरहाल सिंधिया के प्रभाव से उनके समर्थक अंचल के नौ पूर्व विधायकों को शिवराज मंत्रिमंडल में जगह मिल गई, अब उन्हें जनता के दिल में जगह बनानी होगी तभी वो विधानसभा में अपनी जगह बना रख पाएंगे।